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महिला आईपीएस ने उकसाया, युवक ने मौत को गले लगाया ??


लखनऊ (सूरज वर्मा).
हसनगंज के रैदास मंदिर रेलवे क्रॉसिंग पर बुधवार सुबह एक युवक ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। खुदकुशी के पहले युवक ने पुलिस कंट्रोल रूम को कॉल कर सुसाइड की सूचना भी दी थी। मौके पर पहुंची तीन थानों की पुलिस पहले सीमा विवाद में उलझी रही। इसके बाद अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। मृतक के पास से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उसने महिला आईपीएस अधिकारी प्राची सिंह पर जिंदगी बर्बाद करने का आरोप लगाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। 
 
 
प्राप्‍त जानकारी के अनुसार चांदगंज छपरतल्ला निवासी अर्जुन सैनी का बेटा विशाल सैनी सचिवालय में संविदा पर तैनात था। उसने बुधवार सुबह रैदास मंदिर रेलवे क्रासिंग के पास ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के मौके पर पहुंचने से पहले उसकी मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। विशाल सैनी ने एक सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें लिखा है कि महिला आईपीएस अधिकारी प्राची सिंह ने अपने प्रमोशन के लिए उसकी जिंदगी बर्बाद कर दी है। 
 
 
संविदा कर्मचारी के ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या करने की सूचना पर तीन थानों की पुलिस रैदास मंदिर रेलवे क्रासिंग के पास पहुंची। इसमें अलीगंज, मडि़यांव और हसनगंज की टीमें शामिल थीं। करीब एक से डेढ़ घंटे तक तीनों थानों की पुलिस सीमा विवाद में उलझी रही। जैसे ही यह मामला सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो पुलिस के उच्‍च अधिकारी हरकत में आ गये। अधिकारियों ने तीनों थानों के प्रभारियों को फटकार लगाई एवं हसनगंज थाने को शव का पोस्टमार्टम कराने का आदेश दिया गया। इस दौरान परिवारीजन व स्थानीय लोगों से पुलिस की कई बार नोकझोंक भी हुई। सचिवालय के संविदा कर्मचारी के आत्महत्या की सूचना पर उसके तमाम सहयोगी भी मौके पर पहुंच गए थे। इंस्पेक्टर हसनगंज अमरनाथ वर्मा के मुताबिक आत्महत्या के पहले विशाल ने खुद ही इसकी सूचना 11:15 बजे पुलिस कंट्रोल रूम को दी थी। उसने कहा कि वह आत्महत्या करने जा रहा है। इसकी सूचना के बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की और न ही उसकी तलाश शुरू की। इसके कुछ देर बाद ही उसके रैदास मंदिर रेलवे क्रासिंग के पास ट्रेन के आगे कूदने की सूचना कंट्रोल रूम को मिली। 
 
 
मृतक विशाल के पिता अर्जुन सैनी ने एडीसीपी उत्तरी प्राची सिंह पर आरोप लगाया है कि वह उनके बेटे पर लगातार प्रेशर बना रही थीं। अर्जुन सैनी के मुताबिक 13 फरवरी को मृतक विशाल जिम से निकलकर चाऊमीन खा रहा था। इसी दौरान प्राची सिंह के निर्देष पर चार गाडि़यों से पहुंची पुलिस ने उसे दबोच लिया। अर्जुन का आरोप है कि उसके पुत्र को आईपीएस प्राची सिंह फर्जी तरीके से सेक्स रैकेट में फंसा रही थीं। 
 
 
आईपीएस Prachi Singh ने दी सफाई - 
 
एडीसीपी नार्थ प्राची सिंह के मुताबिक इंदिरानगर और गाजीपुर की पॉश कॉलोनियों के लोगों ने उन्हें स्पा सेंटर की आड़ में सेक्स रैकेट चलने की सूचना दी थी। इस पर पुलिस ने इनपुट जुटाया और सूचना सही मिलने पर 13 फरवरी को छापा डाला गया। दोनों थाना क्षेत्रों के 6 स्पा सेंटर पर छापा मारा गया था। इस दौरान मौके से रंगे हाथ 35 लोग पकड़े गये थे, जिसमें 15 युवक और 20 युवतियां शामिल थीं। इसके अलावा कुछ लोग आस पास पुलिस को देखकर भागते समय पकड़े गये थे, जिनकी भूमिका की जांच की गई। संलिप्तता न मिलने पर उन्हे छोड़ दिया गया था। विशाल सैनी इंदिरानगर के स्पा सेंटर में रंगे हाथ पकड़ा गया था। मौके से पुलिस ने ढाई लाख रुपये से अधिक की बरामदगी भी की थी। पुलिस ने जिसे भी स्पा सेंटर के अंदर से रंगेहाथ पकड़ा था उसके खिलाफ कार्रवाई की थी। किसी के खिलाफ जबरदस्ती नहीं की गई है। आरोप बेबुनियाद है। 
 
 
 
टविटर पर मचा है घमासान -
 
इस बारे में टविटर पर घमासान मचा है। वरिष्‍ठ आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने टविटर पर कहा है कि विशाल सैनी सुसाइड में लखनऊ पुलिस ने आरोपों को निराधार बता कर ADCP प्राची सिंह को क्लीनचिट दे दी है। मेरा मानना है कि ऐसे आरोप की विधिवत जाँच करा कर ही अपना निष्कर्ष देना चाहिए ताकि न्याय न सिर्फ हो बल्कि न्याय होता हुए भी दिखे, अन्यथा अनुचित बचाव का सन्देश जाता है। 
 
 
 
वहीं समाजवादी पार्टी के टविटर हैन्‍डल से कहा गया है कि - BJP सरकार में सुरक्षा नहीं अपराध का नाम बनी "खाकी, दारोगा से लेकर IPS तक के हाथ जनता के खून से रंगे हैं। कानपुर में गैंगरेप पीड़िता के पिता की दारोगा द्वारा हत्या। लखनऊ में ADCP नॉर्थ पर अत्याचार का आरोप लगा संविदाकर्मी विशाल सैनी ने की आत्महत्या। दोषियों को सजा दिला हो न्याय। 
 
 
 
पत्रकार अभय सिंह राठौर ने लिखा है कि - लखनऊ पुलिस ने चंद घंटों की जांच में विशाल सैनी के सारे आरोप झूठे बता दिये, जबकि विशाल सैनी के पास से जो सुसाइड नोट मिला है वो IPS प्राची सिंह के खिलाफ अतिगंभीर आरोपों से भरा पड़ा है, उसने मौत का जिम्मेदार IPS को ठहराया है यूपी पुलिस कैसे 'अपनों' को बचा लेती है ये उसकी बानगी भर है। 
 
 

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