तैयार है भारत की पहली स्वदेशी परमाणु पनडुब्बी
नई दिल्ली। भारत की पहली स्वदेशी परमाणु पनडुब्बी आईएनएस अरिहंत
समुद्र पर राज करने के लिए तैयार है। 6000 टन वजनी पनडुब्बी को 83 मेगावॉट
के दबाव वाली लाइट वाटर रिएक्टर से शक्ति मिलेगी। पनडुब्बी बीते कई दिनों
से विशाखापट्टनम समुद्र तट पर ट्रायल पर थी। आईएनएस अरिहंत के अलावा दो
अन्य पनडुब्बियों का भी निर्माण हो रहा है।
ये जमीन, हवा और समुद्र से
परमाणु हमला करने में सक्षम होंगी। अग्नि बैलिस्टिक मिसाइल और फाइटर
बॉम्बर्स भारतीय सुरक्षा के दो बड़े स्तंभ हैं। परमाणु पनडुब्बी की कमी
लंबे समय से खल रही थी। परमाणु हथियारों से लैस पनडुब्बी और परमाणु बैलिस्टिक मिसाइलों का आसानी से
पता नहीं लगाया जा सकता। हिंद महासागर में चीनी पनडुब्बी की आवाजाही भारत
के लिए चिंता का विषय थी। नौसेना प्रमुख रोबिन धोवन ने बताया कि
बहुप्रतीक्षित पनडुब्बी अब जल्द ही समुद्र में उतरने को तैयार है। अगस्त
2013 में इसके छोटे रिएक्टर में खराबी आने से इसके कमीशन में देरी हो गई।
लेकिन अब इसे सौ फीसदी ठीक कर लिया गया है। विजाग में शिप बिल्डिंग सेंटर
के बंदरगाह में 18 महीने तक चले ट्रायल के बाद इसे समुद्र में उतारा जाएगा।
समुद्र की गहराई में K-15 बैलेस्टिक मिसाइलों (750 किमी रेंज) का टेस्ट
फायर भी किया जाएगा।