मोहनलालगंज: पीएम रिपोर्ट में महिला की उम्र पर उठे सवाल
उत्तर प्रदेश। मोहनलालगंज के बलसिंहखेड़ा प्राइमरी स्कूल में दरिंदगी की शिकार हुई महिला की पहचान पर ही सवाल खड़े होते जा रहे हैं।
पुलिस ने 17 जुलाई को हुई वारदात में
अगले ही दिन महिला के शव की शिनाख्त होने का दावा किया था। पुलिस के
मुताबिक यह महिला एक मेडिकल संस्थान में कार्यरत थीं। इसे एक कंपनी के जरिए
यहां आउटसोर्सिंग पर नौकरी मिली थी। पड़ताल में पता चला कि यहां
दस्तावेजों में महिला की उम्र 36 साल लिखी है। महिला के हाईस्कूल
सर्टिफिकेट में भी डेट ऑफ बर्थ 23 दिसंबर, 1978 है। लेकिन पोस्टमॉर्टम
रिपोर्ट में तो महिला की उम्र 25 साल बताई गई है। उम्र में इतना अंतर कई सवाल
खड़े कर रहा है। फॉरेंसिक एक्सपर्ट की मानें तो उम्र निर्धारण के लिए जब
बोन एक्सरे कराया जाता है तो उम्र कभी कम नहीं आती है। उदाहरण, अगर किसी की
उम्र 36 है तो पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में 38 या 40 तो आ सकती है, मगर 25 आना
संभव नहीं। पोस्टमॉर्टम करने वाले
डॉक्टरों ने रिपोर्ट को सही ठहराया है। पैनल के हेड केजीएमयू के फॉरेंसिक
मेडिसिन विभाग के असिस्टेंट प्रफेसर डॉ. राजा रूपानी के मुताबिक महिला के
शरीर में दोनों किडनी पाई गई थीं। यही बात रिपोर्ट में मेंशन है। पैनल का
हिस्सा रहे सीएमओ डॉ. एसएनएस यादव के अनुसार छह डॉक्टरों की टीम में सभी
अनुभवी डॉक्टर थे। गलती का सवाल ही नहीं। पैनल में डॉ. रूपानी के अलावा
लोहिया अस्पताल के डॉ. सौरभ, डॉ. संदीप और डॉ. प्रमोद, झलकारी बाई अस्पताल
की डॉ. वरिजा सेठ और विधि विज्ञान प्रयोगशाला से डॉ. गयासुद्दीन थे। जबकि महिला ने 20 अक्टूबर, 2011
में अपने पति को किडनी डोनेट की थी। पीजीआई के डॉ. ए. श्रीवास्तव के
नेतृत्व में टीम ने महिला की किडनी लेकर और उसके पति में ट्रांसप्लांट की
थी। सूत्रों ने बताया कि लेप्रोस्कोपी से महिला की बायीं किडनी निकाली गई
थी। इस विधि में डोनर की कमर पर बायीं ओर तीन छेद किए जाते हैं। किडनी
निकालने के बाद इन्हें टांके लगाकर बंद किया जाता है। डॉक्टरों की मानें तो
बड़ी उम्र में होने वाली सर्जरी के बाद टांके के निशान नहीं मिटते हैं।
लेकिन, पीएम रिपोर्ट में कमर पर टांके के किसी निशान का जिक्र नहीं है। डीआईजी ने पीजीआई से जांच
से जुड़े सभी विडियो-फोटो अपने कब्जे में ले लिए हैं। बुधवार को केजीएमयू
का पैनल इसकी जांच करेगा। महिला के घरवालों ने भी किडनी ट्रांसप्लांट का
पीजीआई का सर्टिफिकेट पेश किया है।