भारत के फरमान से अमेरिका नाराज
न्यूयॉर्क। भारत ने अमेरिका को एक बार फिर जैसे को
तैसा वाले अंदाज में जवाब दिया। मामला राजनयिक देवयानी खोब्रागडे से जुड़ा
है। अमेरिका ने वीजा धोखाधड़ी मामले में देवयानी को राहत देने से इनकार कर
दिया। कहा, मुकदमा चलेगा। नाराज भारत ने तुरंत कार्रवाई की। देवयानी को देश
वापस बुलाया। इसके बाद एक अमेरिकी राजनयिक को निष्कासित कर दिया। उसे देश
छोडऩे के लिए 48 घंटे का वक्त दिया गया है।
आरोप है कि इस राजनयिक ने
देवयानी की गिरफ्तारी से दो दिन पहले उनकी नौकरानी के तीन सदस्यों को भारत
से बाहर भेजने में मदद की थी। भारत के इस सख्त कदम पर ओबामा प्रशासन
नाराज हो गया है।इस बीच देवयानी शुक्रवार रात 9.55 बजे नई दिल्ली पहुंच गईं। उन पर अमेरिकी
कोर्ट में नौकरानी संगीता रिचर्ड के वीजा मामले में धोखाधड़ी और झूठे बयान
देने के आरोप तय किए गए हैं। इस पर 13 जनवरी को सुनवाई होनी है। लेकिन इससे
पहले ही भारत ने उन्हें वापस बुला लिया। इस मामले में 12 दिसंबर को
देवयानी को गिरफ्तार करने के बाद से ही दोनों देशों के संबध तनावपूर्ण हैं। ऐसी जानकारी है कि एक शीर्ष अमेरिकी नेतृत्व ने राजनयिक मामले से
भारत-अमेरिका संबंधों को हुए नुकसान का उल्लेख करते हुए कहा कि ऐसा करना
सबसे मूखतापूर्ण चीजों में से एक था। एक सूत्र ने यहां तक कहा कि शीर्ष
अमेरिकी नेतृत्व की नाराजगी भरी प्रतिक्रिया भारत जैसी ही थी। उसका कहना था
कि यदि भारतीय नाराज हैं तो हम भी हैं। यह उन कारणों में से एक है, जिनके चलते कैरी ने अपनी विदेश यात्रा के बीच
में विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद से सम्पर्क किया और चूंकि वह उस समय उपलब्ध
नहीं थे, इसलिए उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन से बात
की। सूत्रों ने बताया कि ऐसा समझा जाता है कि उन्होंने इस बातचीत के दौरान
उस घटना के लिए खेद जताया।