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रेप में नाकाम होने पर किया छात्रा की निर्मम हत्‍या

आगरा। आगरा के दयालबाग एजुकेशनल इंस्‍टीट्यूट (डीईआई) में एक छात्रा की निर्मम हत्‍या का मामला सामने आया। शुक्रवार रात मारी गई छात्रा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में रेप की पुष्टि नहीं हुई है लेकिन छात्रा का कत्‍ल इतनी बेरहमी से हुआ था कि शैतान भी कांप जाए।
पोस्‍टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक रेप के निशान नहीं मिले हैं। लेकिन प्राइवेट पार्ट से छेड़छाड़ की गई थी। फॉरेंसिक जांच के लिए उसके वेजाइनल स्राव, नाखून, बाल और लार को प्रिजर्व किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक उसकी मौत काफी  खून बहने से हुई। छात्रा को क्‍लोरोफॉर्म सुंघाकर बेहोश किया गया था। इसके बाद दुपट्टे से उसके हाथ बांध दिए गए। जब वह होश में आई तो अपराधी ने सर्जिकल ब्‍लेड से गले पर वार किया। जब वह चिल्‍लाई तो दुपट्टे से मुंह भी बांध दिया। इसके बाद ब्‍लेड से उसके कपड़े फाड़ दिए। हत्यारे ने अगला वार पेट पर किया। अपराधी ने आंतें बाहर आने तक पेट पर सर्जिकल ब्‍लेड चलाया। हर बार डेढ इंच गहरा वार हुआ। छोटी और बड़ी आंतें बाहर आ गईं। इसके बाद अपराधी ने पैरों और जांघ पर ब्‍लेड चलाया। इससे छात्रा का पूरा बदन लहुलुहान हो गया। इस जघन्‍य मामले के विरोध में आगरा सड़क पर आ गया। शनिवार को दिनभर हजारों युवा सड़क जाम और विरोध प्रदर्शन करते रहे। जब छात्र-छात्राओं ने न्‍याय मांगा तो पुलिस ने लाठी चार्ज कर उसका जवाब दिया। देर शाम कैंडिल मार्च निकालकर प्रदर्शन खत्‍म किया गया। युवाओं ने कहा है कि वे रविवार को भी विरोध करेंगे। इधर, डॉक्‍टर का कहना है कि हत्‍यारा सर्जिकल ब्‍लेड का इस्‍तेमाल करना जानता था। आम तौर पर लोग ब्‍लेड या चाकू को तिरछा उपयोग करते हैं। लेकिन हमलावर ने सीधा वार किया। वह जानता था कि कितने वार से पेट की अंतडि़यां बाहर आ जाएंगी। दिनभर आगरा में प्रतिरोध और हंगामे के बावजूद हत्‍यारे का रहस्‍य अब तक बना हुआ है। पुलिस शुक्रवार की शाम से सर्विलांस तकनीक से जांच कर रही थी। लेकिन जांच की यह दिशा बेकार साबित हुई। छात्रा ने सबसे ज्‍यादा कॉल अपने ब्वॉयफ्रेंड को किया था। मौत के कुछ घंटे देर पहले उसकी लंबी बात हुई थी। लेकिन ब्‍वायफ्रेंड का मोबाइल लोकेशन नोएडा पाया गया। उसका फिंगरप्रिंट भी घटनास्‍थल से मैच नहीं हुआ। दोनों की दो महीने बाद ही शादी होने वाली थी। इसके अलावा फोन से जितने लोगों की बातें हुई हैं उनमें से किसी का भी फिंगर प्रिंट मैच नहीं हो सका। शनिवार सुबह छात्रों का गुस्‍सा तब भड़क गया जब डीईआई प्रबंधन ने छात्रा के लिए शोकसभा नहीं रखी। यहां तक कि परीक्षाएं भी जारी रखी गई। छात्र-छात्राओं ने यहां भी हंगामा किया। तब प्रबंधन ने कह दिया कि परीक्षा न देने पर नंबर काट लिए जाएंगे। तब डीईआई में खूब प्रदर्शन हुआ।