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पुलिस लाइन में मिला हेड कांस्टेबल का खून से लथपथ शव

कानपुर 20 अगस्‍त 2019 (सूरज वर्मा). यूपी में लगातार पुलिसकर्मियों के मौत के मामलों ने विभाग पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है। आत्महत्याओं के आंकड़ों से अब दूसरे पुलिसकर्मियों का भी मनोबल टूटने लगा है। तो क्या पुलिसकर्मी अत्याधिक मानसिक तनाव से जूझ रहे हैं ?? ताज़ा मामला कानपुर का है जहाँ पुलिस लाइन में मंगलवार की सुबह खून से लथपथ हेड कांस्टेबल का शव जमीन पर पड़ा पाया गया। पुलिस इसे हादसा बता रही है और परिजनों ने खुदकशी की आशंका से इंकार किया है।


  
मृतक की पत्नी अर्चना सिंह ने बताया कि पति महेश शराब के लती थे। इसी वजह से झगड़ा होता था, छुट्टी पर घर आते थे तो भी शराब पीते थे। आखिरी बार 10 अगस्त को फोन पर पति से बात हुई थी। पुत्र शिवा और शिवम ने कहा कि पापा आत्महत्या नहीं कर सकते थे। घटना को लेकर तरह तरह की बातें हो रही हैं, छत पर मोबाइल फोन स्विच ऑफ पड़ा मिलने से खुदकशी की चर्चा तेज है, लेकिन पुलिस इसे हादसा बता रही है। 


जानकारी के अनुसार औरैया दिबियापुर थाना अंतर्गत पुरवा छनन गांव निवासी 42 वर्षीय हेड कांस्टेबिल महेश सिंह भदौरिया काफी समय से पुलिस लाइन कानपुर में तैनात थे। उनकी पत्नी और दो बेटे घर पर रहते हैं। पुलिस लाइन में बैरक के साथी जवानों ने बताया कि कुछ दिन से महेश अवसाद में थे और ज्यादा शराब पीने लगे थे। सोमवार देर रात करीब साढ़े 12 बजे वह छत पर सोने की बात कहकर चले गए थे। भोर पहर करीब तीन बजे एक सिपाही शौचालय जाने उठा तो महेश का खून से लथपथ शव बैरक के बाहर जमीन पर पड़ा देखा। इसके बाद पुलिस लाइन में सनसनी फैल गई। प्रतिसार निरीक्षक, सीओ लाइन और कोतवाली का फोर्स पहुंच गया और परिजनों को सूचना दी गई। औरैया स्थित घर पर कोहराम मच गया और परिजन कानपुर के लिए रवाना हो गए। एसएसपी भी घटनास्थल पर पहुंचे और सीओ लाइन सैफुद्दीन बेग को घटना की जांच के आदेश दिए। एसएसपी अनंत देव ने बताया कि चौथी मंजिल पर सिपाही का मोबाइल, बेडशीट और शर्ट मिली है। कुछ जवानों ने बताया है कि महेश शराब पीने के आदी थे। प्रथम दृष्टया घटना हादसा प्रतीत हो रही है, विस्तृत जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।


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