खाकी करती अत्याचार, दरोगा भी हो गया शिकार #KhulasaTV
कानपुर 11 जनवरी 2019 (सूरज वर्मा). खाकी वर्दी की दहशत और ज्यादती की घटनाओं से सभी वाकिफ हैं पर आज किदवईनगर थाना क्षेत्र में खाकी की ज्यादती का शिकार खुद एक दरोगा जी हो गये। दरोगा का आरोप है कि डायल 100 के 2 सिपाहियों ने उनके साथ गाली गलौज, मारपीट की, उनकी पत्नी से छेड़छाड़ की तथा जबरन घर में घुस कर 25000 रूपये भी लूट लिये।
जानकारी के अनुसार थाना अयाना जनपद औरैया में पोस्टेड दरोगा अवधेश कुमार पाठक (Personnel No - 102350094) इस समय चौकी मुक्ति मार्ग, थाना कोतवाली जूसी कुंभ मेला जनपद प्रयागराज में अस्थाई ड्यूटी पर हैं। आज वो छुट्टी लेकर कानपुर अपने घर आये थे। दीप टाकीज तिराहा रतनदीप अपार्टमेन्ट फेस 3 के फ्लैट नम्बर 53 में रहने वाली उनकी पत्नी के साथ वो टीवी पर तेज़ आवाज़ में कोई फिल्म देख रहे थे जिसमें मारपीट के सीन थे। किसी पड़ोसी ने अनजाने में या खुन्नस में 100 नम्बर पर शिकायत कर दी कि दरोगा जी अपनी पत्नी को पीट रहे हैं। दरोगा जी का आरोप है कि सूचना पर उनके घर पहुंचे सिपाही बेहद मनबढ थे। वो दोनों जबरन घर में घुस आये और अभद्रता करने लगे। यह बताने के बाद भी कि वो स्वयं दरोगा हैं और घर में कोई मारपीट नहीं हो रही थी, दोनों सिपाही गाली गलौज करते रहे। विरोध करने पर सिपाहियों ने दरोगा जी और उनकी पत्नी के साथ हाथापाई और मारपीट कर दी तथा दरोगा जी की पत्नी के साथ छेड़छाड़ करने लगे, उनका दुपट्टा खींच लिया और बगैर वारन्ट जबरन घर की तलाशी ली। सिपाहियों के जैकेट पहने होने के कारण दरोगा जी उनका नाम नहीं देख सके।
आरोप है कि तलाशी में मिले 25000 रूपये भी दोनों सिपाहियों ने लूट लिये तथा शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी देते हुये वहां से चले गये।
दारोगा जी ने कानपुर के एसएसपी को फोन मिलाया तो पीआरओ ने फोन उठा कर बताया कि कप्तान साहब मीटिंग में बिजी हैं, अभी मैं लोकल थाने की फोर्स को भेजता हूं। पर एक घन्टा बीतने के बाद भी दरोगा जी के पास कोई भी पुलिस वाला नहीं पहुंचा। खाकी के असली रंग को स्वयं महसूस करने पर दारोगा जी बेहद परेशान और डरे हुये हैं, उनका कहना है कि उनको अपने विभागीय लोगों से ही जान का खतरा महसूस हो रहा है। वहीं दूसरी तरफ किदवई नगर एसएचओ का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ उचित कार्यवाही की जायेगी। उल्लेखनीय है कि खाकी वर्दी का खौफ और दहशत अच्छे अच्छों की हालत पतली कर देती है, सोचिये जब एक दरोगा का ये हाल है तो आम आदमी का ये मनबढ सिपाही क्या हाल करते होंगे ??