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संदिग्‍ध परिस्थितियों में युवक ने लगाई फांसी

लखनऊ 20 जुलाई 2018 (हिमान्‍शू त्रिवेदी). थाना मड़ियांव अंतर्गत बीती रात संदिग्ध परिस्थिति में एक युवक ने फांसी लगा ली। बताते चलें कि ये  वही विवादित बिल्डिंग है जिसमें कुछ वर्ष पहले सायरा बानो और उनकी लड़की की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी और आज यहां लाल बहादुर मिश्रा फांसी पर लटके हुए मृत पाए गए हैं।


मामला है बसंत बिहार थाना मड़ियांव के पीछे लखनऊ का यहां पर लाल बहादुर मिश्रा उर्फ शमसुद्दीन जो कि लगभग 13 वर्ष से इसी मकान नंबर 51/66 में रहते थे, उनकी उम्र लगभग 55 वर्ष बताई जा रही है। उनकी पत्नी का कहना है कि कल दोपहर में वो शराब पी कर जब घर आये थे तो मुझसे बताया था कि मैं बहुत टेंशन में हूँ मुझे अकेला छोड़ दो। इसके बाद वो कमरे में घुस गये और दरवाजे की कुंडी लगा ली। आज सुबह जब वो नहीं उठे तो मोहल्ले वालों को बुला कर के दरवाजे को तोड़ा तो वो पंखे से झूलते मिले। वहीं कुछ पड़ोसी दबे शब्‍दों में कहते हैं कि इसकी हत्या की गई है। सूत्रों की माने तो ये वही विवादित बिल्डिंग है जिसमें कुछ वर्ष पहले सायरा बानो और उनकी लड़की की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी और आज लाल बहादुर मिश्रा फांसी पर लटके हुए मृत पाए गए हैं।

आखिर क्या है इसके पीछे का राज -
लाल बहादुर जी की पहली पत्नी की कुछ साल पहले इसी मकान में बेटी सहित हत्या कर दी गई थी। 3 साल पहले इन्होंने दूसरी शादी कोमल मिश्रा नामक महिला से की थी जिसकी उम्र लगभग 26 वर्ष  है। लालबहादुर मिश्रा की उम्र 55 वर्ष थी, इन दोनों के कोई संतान नहीं है। इनकी दूसरी पत्नी का कहना है की इनका लड़का जेल चला गया था, जिसको छुड़ाने के लिए कल यह कुछ जेवर बेचने की बात कह रहे थे और दोपहर लगभग 3:00 बजे इन्होंने दरवाजा बंद कर लिया, उसके बाद दरवाजा नहीं खोला।

सूत्रों के अनुसार पड़ोसियों का ऐसा कहना है कि यह एक हत्या हो सकती है क्योंकि इनकी पूर्व पत्नी और बेटी तो गोलीकांड में मर चुके हैं और बेटा जेल जा चुका है व नई पत्नी से कोई भी संतान नहीं है तो प्रापर्टी के चक्‍कर में हत्‍या किये जाने की सम्‍भावना हो सकती है। सच्‍चाई तो जांच होने के बाद ही पता चलेगी, बशर्ते जांच निष्‍पक्ष की जाये...