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बलरामपुर हास्पिटल - यहां महीनों से लिफ़्ट पडी है खराब, डायलिसिस के मरीज़ सीढि‍याँ चढ हो रहे हैं हलकान

लखनऊ 19 फरवरी 2018 (ए.एस खान/वहाबुद्दीन सिद्दीकी). राजधानी लखनऊ के जाने-माने बलरामपुर हॉस्पिटल की नई बिल्डिंग में चार महीने से लिफ्ट खराब पड़ी है। बिल्डिंग के मुख्य द्वार पर लगा चैनेल गेट वर्षो से टूटा पड़ा है। छुट्टा जानवर यहाँ वहाँ पूरे परिसर में आतंक मचाये हैैं। मरीजों का आरोप है कि डाक्टर सहित नर्से, वार्ड ब्वाय सब धन उगाही में लिप्त हैं, और अस्पताल प्रशासन बड़े बड़े दावे कर रहा है।


यहां लिफ्ट ख़राब होने के चलते अस्पताल की सीढियाँ चढ़ने उतरने में मरीज़ों और उनके तीमारदारों को हांफना पड़ रहा है। डायलिसिस के मरीजों को डायलिसिस के लिये दूसरी तथा तीसरी मंजिल तक हांफ़ते कांपते चढना उतरना पड रहा है, यही हाल अन्य गंभीर रोगियों का भी होता है। परेशान मरीज़ों ने लिफ्ट की मरम्मत के लिए अस्पताल प्रशासन से गुहार लगाई किंतु केवल कोरे आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला। वहीं दूसरी ओर बिल्डिंग के मुख्य द्वार पर लगा चैनेल गेट वर्षो से टूटा पड़ा है, जिसके चलते वह ठीक ढंग से बंद भी नहीं हो पाता है। बस भगवान भरोसे है मरीज़ों की सुरक्षा।

सूत्रों की माने तो अस्पताल प्रशासन मरीजों से धन उगाही में लिप्त हैं, विश्वस्त सूत्रों के अनुसार वार्ड ब्वाय तथा नर्सें पैसों के लिये मरीजों को प्रताडित करते हैं तथा गंभीर मरीजों से डाक्टर आपरेशन के लिये पैसे मांगते हैं । सूत्र बताते है की गंभीर मरीजों को डाक्टर घर पर बुलाते है जहाँ उन्‍हें एक निश्चित रकम की व्यवस्था कर अस्पताल बुलाया जाता है आपरेशन हेतु। दूसरी ओर अस्पताल परिसर में यहां वहां छुट्टा जानवरों को चहल कदमी करते तथा मरीजो़ं तथा तीमारदारों को घायल करते देखा जा सकता है । पिछले दिनों कई हॉस्पिटलों में कुत्तों के घुस कर उत्पात मचाने की ख़बरें शव को खा जाने तथा बंदरों एवं आवारा सांडों के हास्पिटल में उत्‍पात की घटनाएँ प्रमुखता से मीडिया में आ चुकी हैं, किन्तु अस्पताल प्रशासन आँखे बंद किये हुए है। शायद किसी बड़ी घटना के इन्तज़ार में हैं ।