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शाहजहाँपुर - जिला होमगार्ड ऑफिस में चल रहा है रिश्वत का खेल

शाहजहाँपुर 02 फरवरी 2018. जिला होमगार्ड कमाण्डेन्ट का ऑफिस एक ऐसा ऑफिस है जिसमें रिश्वत का खेल खुले आम खेला जाता है। वो ऑफिस जिसमें जिलेभर के होमगार्ड्स का मुखिया बैठता है। उसी ऑफिस में रिश्वत खुले आम मांगी जाती है, वो भी बेचारे उन होमगार्डों से जो तपती धूप और कड़ाके की ठण्ड की परवाह न करके बीच चौराहे पर खड़े होकर देश की जनता को सेवा प्रदान कर रहे हैं। 


बेचारा होमगार्ड क्या करे उसकी कोई सुनता ही नहीं है। यदि जिले के कप्तान के पास अपनी फरियाद लेकर जाये तो वो कहते हैं, आप का विभाग ये नहीं है आप का दूसरे विभाग का मामला है मैं क्या कर सकता हूँ। जिले में सभी होमगार्ड्स का मुखिया जिला होमगार्ड कमांडेंट है। और जब उसी के ऑफिस में उसी के मुँह लगे बाबू रिश्वत मांगते हैं तो शिकायत किससे की जाये। और कोई सुनने वाला भी नहीं है। अब अगर रिश्वत न दें तो कह दिया जाता है कि तुम्हे नौकरी से निकाल दिया जायेगा। पैसे नहीं दोगे तो ड्यूटी नहीं मिलेगी। 

होमगार्ड्स ऑफिस में रिश्वत के खेल से हार चुके सैकड़ों होमगार्ड्स ने आज जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन कर ज्ञापन जिलाधिकारी के ऑफिस में मौजूद अतिरिक्त मजिस्ट्रेट को सौंपा। जिलाधिकारी कार्यालय में प्रदर्शन कर रहे होमगार्ड्स ने बताया कि हर तीन साल बाद शासन के आदेशानुसार उनका नवीनीकरण किया जाता है। जिसके चलते इस वर्ष भी सरकार के आदेशानुसार जिलेभर के होमगार्ड्स का नवीनीकरण किया जा रहा है। लेकिन इस बार जिला होमगार्ड ऑफिस में बाबू प्रति होमगार्ड से नवीनी करण के नाम पर 2500 रुपये का सुविधा शुल्क मांग रहे हैं। और जो पैसे नहीं देता है उससे कहते हैं कि आप का नवीनीकरण नहीं हो पायेगा और आप की सेवा समाप्त कर दी जायेगी। 

प्रदर्शन कर रहे होमगार्ड ने बताया कि ऑफिस का घूसखोर बाबू पांच सौ रुपये रिश्वत लेकर होमगर्ड्स की ड्यूटी लगाता है। अगर कोई पैसे नहीं देता हैं तो उसकी ड्यूटी हर महीने नहीं लगाई जाती है। जो पैसे नही देता है उसकी डियूटी नही लगाई जाती है। हम लोग किस अधिकारी से शिकायत करें कोई भी सुनता नहीं है। आज मजबूर होकर हम लोगों को प्रदर्शन करना पड़ रहा है। सुना है कि जिलाधिकारी साहब ईमानदार और न्याय दाता अधिकारी हैं शायद वो ही सुनेगे हमारी परेशानी को सो उन्ही से न्याय मिलने की उम्मीद में हम लोग अपनी फरियाद लेकर आये हैं।