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क्राइम फ्री कानपुर - हाय ये पैसे का जुनून, दरोगा जी भूले कानून


कानपुर 19 जनवरी 2018 (सूरज वर्मा). पैसे के जुनून में पनकी में तैनात एक दरोगा जी इतने दीवाने हो गये कि कानून का पालन करना ही भूल गये। दरोगा जी ने घर में अकेली नाबालिक बच्‍ची के साथ न केवल गाली गलौज और मारपीट की बल्कि उसको नंगा करके चौकी में पीटने की धमकी भी दे डाली। वो भी तब, जब मामला जीआरपी का है और मामले की कहीं रिपोर्ट तक दर्ज नहीं है।


पनकी निवासिनी मन्‍नो कुमारी (काल्‍पनिक नाम) ने खुलासा टीवी के संवाददाता को बताया कि उसके पिता का स्‍वर्गवास हो चुका है। उसकी बडी बहन प्राईवेट नौकरी करके जैसे तैसे परिवार का पालन पोषण करती है। उसका एक भाई अभिषेक गौड़ उर्फ विशाल और था जिसे विगत 6 माह पूर्व खराब चाल चलन के कारण उनकी माता जी ने बेदखल कर दिया था और इस आशय की सूचना भी दैनिक राष्‍ट्रीय स्‍वरूप में प्रकाशित करवाई थी। मन्‍नो कुमारी के अनुसार विगत 7 दिन पूर्व अपने को गोरखपुर का निवासी बताने वाले एक अकरम नाम के आदमी ने मेरे घर पर आ कर हंगामा और गाली-गलौज करना शुरू कर दिया, उसका कहना था कि मेरे भाई ने उससे 4 लाख रूपया लिया था, जो अब वो दे नहीं रहा है। जबकि मैने या मेरे परिवार ने पिछले 6 माह से अपने भाई की शक्‍ल तक नहीं देखी है। मुझे नहीं पता कि मेरे भाई ने उक्‍त अकरम से पैसे लिये हैं कि नहीं लिये हैं, पर इस पूरे घटनाक्रम में मेरा या मेरी बहन अथवा हमारी माता जी का कोई योगदान नहीं है। 

इतना ही नहीं स्‍थानीय पनकी चौकी प्रभारी दरोगा अनुराग सिंह मेरे एवं परिजनों पर दबाव बना रहे हैं कि हम लोग रूपया 4 लाख चौकी इन्‍चार्ज को दे दें नहीं तो वो हम लोगों को झूठे मुकदमे में फंसा कर जेल भिजवा देगा। चौकी इन्‍चार्ज अनुराग सिंह एक पुरूष सिपाही के साथ आज दिनांक 19 जनवरी 2018 को दोपहर करीब 1:30 बजे मेरे घर में बगैर वारन्‍ट जबरन घुस आये, उस समय मैं अपने घर पर अकेली थी। चौकी इन्‍चार्ज अनुराग सिंह ने मेरे भाई के बारे में पूछताछ के बहाने मेरे साथ हाथापाई की और मुझे कई थप्‍पड़ मारते हुये बेरहमी से जमीन पर पटक दिया एवं मुझे बेतहाशा गालियां बकते हुये 4 लाख रूपयों की मांग करने लगे। मेरे शोर मचाने पर चौकी इन्‍चार्ज दुबारा आने एवं अबकी बार हमको पनकी चौकी तक घसीट कर ले जाने तथा नंगा करके मारने की धमकी देते हुये चले गये। 

मन्‍नो कुमारी का कहना है कि मेरे भाई की गलती हो तो उसके खिलाफ नियमानुसार मुकदमा लिख कर उसको सख्‍त से सख्‍त सजा दी जाये, पर इस तरह बगैर मुकदमा और बगैर महिला पुलिस के दरोगा का मेरे घर में घुस आना और अकेली पा कर प्रताडित करना कहां का इन्‍साफ है। बताते चलें कि उक्‍त दरोगा जी पहले भी कई मामलों में विव‍ा‍द‍ित रहे हैं। सूत्रों के अनुसार एक आईपीएस की कृपादृष्टि होने के कारण ये हर बार बच जाते हैं। इस बारे में जानकारी करने के लिये जब हमने दरोगा अनुराग सिंह को फोन मिलाया तो उन्‍होंने फोन रिसीव नहीं किया। एसपी वेस्‍ट डा. गौरव ग्रोवर ने खुलासा टीवी से कहा कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है, कल दिन में पीडिता को भेज दीजिये, हम उचित कार्यवाही करेंगे।