अतिक्रमण हटाने के लिए नगर पंचायत ने डुगडुगी बजा कर दी चेतावनी
अल्हागंज 28 दिसम्बर 2017 (अमित वाजपेयी). नगर के बाजार में व्याप्त अतिक्रमण को लेकर नगर पंचायत द्वारा बृहस्पतिवार को डुगडुगी पीटकर इसे हटाने की चेतावनी दी गई। नगर पंचायत ने कार्यवाही से पूर्व दुकानदारों व व्यापारियों से स्वयं ही दुकानों के अतिक्रमण हटाने के लिए आग्रह किया है। अनदेखा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है।
आपको बता दे कि नगर की प्रमुख सड़क एवं बाजार अतिक्रमण की मार झेल रहे हैं। अतिक्रमणकारियों पर शिकंजा कसने के लिए नगर पंचायत द्वारा इससे पहले भी कई एक ऐसी चेतावनी दी गई पर वह सब बेकार साबित हुई, उस पर कोई कार्यवाही नहीं की गई।
जानकारी के अनुसार दुकानदारों द्वारा अपनी दुकानों के सामने रेहड़ियां, सब्ज़ी, हेयर ड्रेसर आदि की दुकाने लगवाकर उनसे पैसे लिए जाते हैं। बृहस्पतिवार को नगर पंचायत ने नगर की बाजार में मुनादी करा कहा है कि दुकानदार स्वयं अपनी दुकानों के आगे किए गए अतिक्रमण व रेहडि़यों को हटा लें अन्यथा नगर पंचायत द्वारा सख्त कार्रवाई की जाएगी। दुकानों के आगे रखे सामान को जब्त करने के साथ-साथ जुर्माना भी किया जाएगा। अपनी दुकानों के सामने रेहड़ियां लगवाने वाले दुकानदारों से भी सख्ती ने निपटा जाएगा।
विवाद से बचने के लिए चेतावनी देकर खानापूरी कर रहा नगर पंचायत -
हर बार नगर पंचायत सिर्फ़ चेतावनी देता आ रहा है। जबकि नगर पंचायत कार्यलय के सामने सबसे ज्यादा अतिक्रमण होता है। इससे भी नगर पंचायत ने कोई सबक नहीं सीखा। प्राप्त जानकारी के अनुसार दो तीन दिन पहले नगर में एक व्यक्ति ने अपनी दुकान के सामने निर्माण कार्य करवाना शुरू किया था। जिसे नगर पंचायत ने बगैर नोटिस व सूचना दिऐ तुडवा दिया। जबकि उसके आसपास और पूरे बाजार में अवैध अतिक्रमण था। उसे नहीं तोडा गया। जिसके चलते क्षेत्र की राजनीति में काफ़ी चर्चा चली। इसकी जानकारी चर्चित भाजपा नेताओं को भी हुई। विवाद आगे न बढ जाये और भाजपा का वोट बैंक कम न हो जाये इसलिये आज नगर पंचायत ने डुगडुगी बजवाकर नगर में चेतावनी तो दे दी। पर क्या यह चेतावनी हमेशा की तरह केवल नाम मात्र की रहेगी या कोई सख्त कार्यवाही भी होगी ये तो समय बतायेगा।
वहीं दूसरी तरफ नगर में चर्चा इस बात की भी है कि नगर का फुटपाथ खाली करने की चेतावनी ही हमेशा क्यों दी जाती है। जबकि सबसे ज्यादा अतिक्रमण तो नगर के बड़े व्यापारियों व दुकानदारों ने कर रख्खा है। कुछ दुकानें भी रोड तक बनी हुई हैं और उनके चबूतरे भी सड़क तक हैं। उनके लिए कोई चेतावनी क्यों नहीं होती। उधर ठेले वालों का कहना है कि पहले सभी अतिक्रमण करने वालों के चबूतरे तोडे जाऐ, बाद में हम लोगों को हटाया जाये, मेन अतिक्रमण तो दुकानदारों ने कर रख्खे हैं। अब देखना है कि क्या अतिक्रमण हट पायेगा या हमेशा की तरह सिर्फ़ चेतावनी बन कर रह जायेगा।