मनोरथपुर में बुखार से मरे बच्चों के परिजनों को मिल रहे हैं कोरे अाश्वासन
शाहजहांपुर 13 सितम्बर 2017. कस्बा जलालाबाद के मनोरथपुर में एक माह के अंदर रहस्यमय बुखार से 13 बच्चों के काल के गाल में समा जाने के बाद केंद्रीय मंत्री श्रीमती कृष्णाराज को याद आई और सोमवार को वो सायं लगभग 6 बजे अपने लाव लश्कर के साथ पहुंची और मृतक बच्चों के परिजनों को सांत्वना दी।
आरोप है कि मंत्री महोदया ने उनके जख्मों को कुरेदा तो पर महरम नहीं लगाया। मंत्री महोदय ने गांव में स्थित प्राथमिक विद्यालय में एक जनसभा रूपी मीटिंग की। विदित हो कि गाँव वाले दूषित पानी पीने को मजबूर हैं, लेकिन मंत्री के काफिले के लिए बिसलेरी वाली बोतलों की व्यवस्था की गई थी। अहम बात यह है कि मंत्री जी ने उन मृतक बच्चों के परिजनों के लिए कोई आर्थिक मदद करना मुनासिब नहीं समझा, जिससे ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। ग्रामीणों का कहना है कि मंत्री जी मृतक बच्चों के परिजनों से मिलने नहीं आई थी वो आगामी चुनाव को लेकर मीटिंग करने आईं थी।
आधे घण्टे में निपट गया दौरा -
केंद्रीय मंत्री का मनोरथपुर दौरा मात्र आधे घण्टे में पूरा हो गया। जिसमें केंद्रीय मंत्री ने अधिकारियों को कोई विशेष निर्देश न देकर गाँव वालों को साफ सफाई का पाठ पढ़ाया और वहाँ से चल दीं। अहम बात यह है कि मनोरथपुर गांव जाने वाले लोग सिर्फ जख्म हरे करके चले आते हैं। उन पर महरम लगाने का काम नहीं करते हैं।
केंद्रीय मंत्री का मनोरथपुर दौरा मात्र आधे घण्टे में पूरा हो गया। जिसमें केंद्रीय मंत्री ने अधिकारियों को कोई विशेष निर्देश न देकर गाँव वालों को साफ सफाई का पाठ पढ़ाया और वहाँ से चल दीं। अहम बात यह है कि मनोरथपुर गांव जाने वाले लोग सिर्फ जख्म हरे करके चले आते हैं। उन पर महरम लगाने का काम नहीं करते हैं।