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कानपुर - बाबूपुरवा पुलिस ने जर्दा व्यापारी से लूट लिये एक लाख रुपये

कानपुर 06 मई 2017. जर्दा व्यापारी से बाबूपुरवा पुलिस ने बंधक बनाकर एक लाख रुपये लूट लिए और व्यापारी को मुर्गा बनाकर पीटा। यह लूट डायल 100 द्वारा की गई और व्यापारी को पुलिस कालोनी में बंधक बनाया गया। जब व्यापारी अपने घर पंहुचा और अपने परिजनों को आप बीती बताई तो इससे नाराज व्यापारियों ने थाने का घेराव किया और आरोपी सिपाहियों के खिलाफ कार्यवाई की मांग की।


घंटाघर एक्सप्रेस रोड में रहने वाले रवि कुमार सैनी की कलेक्टर गंज में थोक जर्दा का शॉप है। इनका बेटा शिव सैनी बीते गुरुवार को इलाहबाद तकादे पर गया था, देर रात वह बस से झक्‍करकटी बस अड्डे पर 2 लाख 88 हजार रुपये लेकर उतरा था। उसके पास एक गत्ता था जिसमे 40 हजार की रेजगारी, बाकि छोटे नोट थे। शिव के अनुसार झक्‍करकटी बस अड्डे पर एक पुलिस की इंडिका कार आई जिसमें दो सिपाही वर्दी में थे और बाकी सिपाही बिना वर्दी के थे। व्यापारी शिवा सैनी ने बताया कि इंडिका से चार सिपाही उतरे और मेरी तलाशी लेने लगे। वह मुझसे पूछने लगे इतनी रात में इतना रुपया लेकर कंहा से आ रहे हो। मैंने बताया कि मेरा व्यापार है और इलाहबाद से तकादे से लौट रहा हूँ। लेकिन उन्होंने मेरी बात नहीं सुनी और मुझे अपनी इंडिका में बैठाकर सुनसान जगह पर ले जाकर जमकर पीटा। इसके बाद बाबुपुरवा कोतवाली के पीछे बनी कालोनी में ले गए जहां पर मुर्गा बनाकर पिटाई की और मुझसे रुपये की मांग करने लगे। उन्होंने बताया कि जैसे ही मैं चिल्लाने की कोशिश करता चारों मुझे पीटना शुरू कर देते थे। उन पुलिस वालों ने एक लाख रुपये लेकर मुझे छोड़ दिया, जब सुबह मैं अपने घर पंहुचा तो अपने पिता को पूरी बात बताई। इसके बाद इसका जानकारी व्यापार मंडल को दी ।

इसके बाद हम सभी बाबूपुरवा कोतवाली आये, उन्होंने बताया कि मैंने बाबुपुरवा कोतवाली इन्स्पेक्टर को पुलिस कालोनी का वह रूम भी दिखाया जहां पर मुझे बंधक बनाया गया था। शिवा के पिता रवि सैनी के मुताबिक हम व्यापारी हैं हमारा प्रदेश के कई जिलों में व्यापार फैला है। लाखों रुपया कैश लेकर आते हैं। अब तो चोर व लुटेरों से ज्यादा तो पुलिस से हमें डर है। जब हमारे रक्षक ही भक्षक बन जायेंगे तो हम अपनी समस्या किससे बतायेंगे। अखिल भारतीय व्यापार मंडल के अध्यक्ष ज्ञानेश मिश्रा के मुताबिक यदि लूट करने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्यवाई नहीं हुई तो हम सभी व्यापारी मुख्यमंत्री से मिलेंगे। इसके बाद अपने प्रतिष्ठान बंद कर थाने के बाहर प्रदर्शन करेंगे। पीड़ित व्यापारी को उसका रुपया दिलाया जाये और आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्यवाई की जाये। बाबूपुरवा इन्स्पेक्टर के मुताबिक व्यापारियाें का मामला संज्ञान में आया है, इसकी जाँच की जा रही है, जाँच के बाद कार्यवाई की जाएगी।