वेदों के प्रचार पर खर्च नहीं करती सरकार: रामदेव
नई दिल्ली. योग गुरु रामदेव ने रविवार को केंद्र से वेदों के प्रचार के लिए खजाना खोलने की मांग की। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार सबका साथ सबका विकास की बात करती है लेकिन उसके तहत हमारे वेद नहीं आते।
रामदेव ने कहा कि सरकार ने मदरसों को धन दिया है। यह अच्छी बात है। लेकिन हमारी सरकार के पास वेदों पर खर्च करने के लिए धन नहीं है। वह इसके लिए अपना खजाना नहीं खोल सकती। उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि हमारे देश की प्राचीन बौद्धिकता के महत्व को देखते हुए उन्हें (केंद्र) इस पर कई हजार करोड रुपये खर्च करने चाहिए।
योग गुरु ने कहा कि वह किसी की आलोचना नहीं कर रहे। वह किसी दूसरे धर्म का अपमान नहीं करते। उनकी किसी को नीचा दिखाने की मंशा नहीं है। वह यहां वेदों पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन के आयोजकों ने इस समारोह पर कई सौ करोड़ रुपये खर्च किए हैं।
उन्होंने वैदिक विद्यापीठ की स्थापना कर दुनिया में वैदिक शिक्षा का प्रसार किए जाने की भी मांग की। उन्होंने कहा कि वैदिक मंदिर सह विश्वविद्यालय में न केवल पूजा होगी बल्कि वह वैदिक ज्ञान का केंद्र भी होगा ।
(IMNB)