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गृह मंत्री को घर मिलने में लगे नौ महीने

नई दिल्ली. लुटियंस की दिल्ली में 38, अशोक रोड से 17, अकबर रोड केवल 5 मिनट की ड्राइविंग की दूरी पर है। लेकिन, देश के गृह मंत्री और मोदी सरकार के अधिकारिक नंबर 2 को इस दूरी को तय करने में करीब नौ महीने का वक्त लगा। राजनाथ सिंह मार्च में आखिरकार बड़े बंगले में शिफ्ट हो जाएंगे।
राजनाथ सिंह इकलौते सीनियर कैबिनेट मिनिस्टर हैं, जो अभी तक नए घर में शिफ्ट नहीं हुए हैं और वह 38 अशोक रोड में ही रह रहे हैं। बतौर बीजेपी प्रेसिडेंट भी राजनाथ इसी बंगले में रहते थे। सरकारी सूत्रों का कहना है कि टाइप 7 बंगला गृह मंत्री के लिए असुरक्षित है, इसके बावजूद वह यहां रहे। एक अधिकारी ने बताया, 'यह बंगला अशोक रोड में करीब-करीब मार्केट में है और इस घर के मेन गेट के दाहिनी ओर जय सिंह मार्ग है, जो गृह मंत्री के घर का टेलस्कॉपिक व्यू देता है।' उन्होंने कहा कि सुरक्षा संबंधी चिंताओं को देखते हुए बंगले के मेन गेट और चारदीवारी की ऊंचाई बढ़ाई जानी चाहिए थी। सिंह सबसे सुरक्षित गृह मंत्रियों में से एक हैं, उन्हें एनएसजी से जेड-प्लस सिक्यॉरिटी मिली हुई है। इसके अलावा, दिल्ली पुलिस और उत्तर प्रदेश पुलिस के जवान भी उनकी सुरक्षा में तैनात हैं। हालांकि, अब राजनाथ सिंह टाइप-8 बंगले में शिफ्ट हो रहे हैं और सीपीडब्ल्यूडी ने रेनोवेशन के बाद इस बंगले को सौंपने के लिए 7 मार्च की डेडलाइन दी है। गृह मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक यह देरी इसलिए हुई, क्योंकि कांग्रेस के राज्य सभा सांसद चिरंजीवी नवंबर आखिर में शहरी विकास मंत्रालय के बंगला खाली करने संबंधी नोटिस दिए जाने तक 17, अकबर रोड में बने रहे। अधिकारी ने बताया, 'टाइप 8 बंगला 17, अकबर रोड 10 दिन पहले ही खाली हुआ है, क्योंकि कांग्रेस सांसद ने अपना सामान बहुत धीरे-धीरे हटाया। हालांकि, अब सीपीडब्ल्यूडी और दिल्ली पुलिस ने इस अपने कब्जे में ले लिया है और इसमें तेजी से काम चल रहा है।' स्पेशल विडियो-कॉन्फ्रेंसिंग सुविधा, हॉटलाइंस और डि-इनक्रिप्शन उपकरण इस बंगले में लगाए जाएंगे। हालांकि, गृह मंत्री की शिफ्टिंग में अब भी एक ट्विस्ट आ सकता है। नए घर में सुरक्षा उपकरण लगाने के लिए 1.5 करोड़ रुपये से ज्यादा के बिल का भुगतान किया जाना है। यह पैसा गृह मंत्रालय को देना है। चूंकि, वित्त वर्ष खत्म होने को है, ऐसे में गृह मंत्रालय के लिए मौजूदा वित्त वर्ष में ही इस बिल को देना मुश्किल भरा हो सकता है। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि बजट इस राह में बाधा नहीं बनेगा। अधिकारी ने बताया, 'सुरक्षा उपकरणों का बजट दिल्ली पुलिस या किसी दूसरे मद से लिया जाएगा। यह कोई मुद्दा नहीं है।' उन्होंने बताया कि गृह मंत्री मार्च में नए घर में शिफ्ट हो जाएंगे।