बाढ़ आपदा राज्य सरकार के लिए लूट का मौका: मोदी
किश्तवाड़। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज किश्तवाड़ में एक चुनावी रैली
को संबोधित किया। इस रैली में उन्होंने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए
कहा कि बाढ़ आपदा राज्य सरकार के लिए लूट का अवसर मात्र था। उन्होंने लोगों
से पूछा कि क्या इस प्रदेश को सिर्फ दो परिवार ही चलाने में सक्षम है?
क्या इस प्रदेश के युवा इस राज्य को चलाने में सक्षम नहीं हैं?
प्रदेश
सरकार को आड़े हाथों लेते हुए पीएम ने पूछा कि आखिर केंद्र का भेजा पैसा
जाता कहां है। जम्मू कश्मीर में जारी विधानसभा चुनाव प्रक्रिया के दौरान आज किश्तवाड़ में
अपनी पहली चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने
बड़े ही सधे अंदाज में लोगों के साथ सीधा संवाद करते हुए कांग्रेस, नेशनल
कांफ्रेंस और पीडीपी को उनका नाम लिए बगैर जमकर निशाना बनाया। उन्होंने
कहा कि लोगों को आश्चर्य होता है कि मोदी बार बार बार कश्मीर क्यों आता है,
मोदी को कश्मीर से लगाव क्यों है। मुझे कश्मीर से दिली लगाव है। अटल जी
अटल जी ने जो काम शुरु किया था, उन्होंने कश्मीर के लिए जो सपने देखे थे,
वह काम पूरा करना है। इसलिए बार बार आ रहा हूं। अटल जी ने यहां के नौजवानों
के दिल में जगह बना ली थी। उन्होंने जो उम्मीद जगाई थी, उससे हरेक को लगने
लगा था कि सपने पूरा होना संभव है। लेकिन पिछले दस साल में हमारे कश्मीर
के क्या हाल हो गए हैं।पीएम ने लोगों का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि जम्मू
कश्मीर में बिजली पैदा करने की अकेले ही इतनी शक्ति है, जिससे पूरा देश
जगमगा उठे। प्रधानमंत्री मोदी ने जम्मू कश्मीर में कच्छ की तरह विकास का यकीन दिलाते
हुए कहा कि वह भी पाकिस्तान के साथ सटा हुआ है। मैं जब वहां गया तो स्थानीय
बुद्घिजीवियों ने कहा कि यहां जो आता हैं, पाकिस्तान के नाम पर डराता है।
उन्होंने कहा कि हम पाकिस्तान का नाम सुन-सुन थक गए हैं। आप विकास की बात
कीजिए। मैने उनके साथ विकास की चर्चा की, उनकी पीड़ा की बात की। उन्होंने कहा कि गुजरात में सबसे ज्यादा मुस्लिम कच्छ में रहते हैं। कच्छ
आज देश का सबसे तेजी से विकास करने वाला जिला बन गया है। वहां 15 किलोमीटर
के दायरे में ही आठ हजार मेगावॉट बिजली पैदा हो रही है। इतनी बिजली पूरे
कश्मीर में पैदा नहीं होती, वहां पांच किलोमीटर के दायरे में स्टील का
कारखाना है, कपड़े के कारखाने हें,जहां हजारो लोग रोजगार कमा रहे हैं। वह
पानी नहीं था,लेकिन आज लोगों को पानी की कमी नहीं है। अगर कच्छ का विकास हो
सकता है तो फिर कश्मीर का क्यों नहीं।