सोनिया गांधी : धर्मनिरपेक्षता और चहुंमुखी विकास साथ-साथ चलते हैं
नई दिल्ली। सांप्रदायिक हिंसा की पृष्ठभूमि में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा
कि देश की धर्मनिरपेक्ष संस्कृति विकास के पथ पर हर समुदाय के कंधे से कंधे
मिलाकर आगे बढ़ने की जरूरत पर बल देती है और इसे सुनिश्चित करने के लिए
जरूरी है कि सरकार शांति और सौहार्द कायम रखे।
उन्होंने कहा कि जब आपकी अपनी सरकार शांति ओर सौहार्द का माहौल सुनिश्चित
करती है तो हर दिशा में विकास होता है, तभी संपन्नता आती है। सोनिया ने
यहां 37,230 करोड़ रूपए की रिफाइरी और पेट्रो केमिकल्स परिसर के शिलान्यास
कार्यक्रम में कहा कि समाज के हर तबके को आगे बढ़ना चाहिए कंधे से कंधे
मिलाकर। यह भारत की धर्मनिरपेक्ष संस्कति है और शासन का आधार है। सोनिया की टिप्पणी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में हाल ही में हुयी
सांप्रदायिक हिंसा की पृष्ठभूमि में थी जिसमें 48 लोगों की मौत हो गयी और
हजारों लोग विस्थापित हुए। विपक्षी भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री पद के
उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने भी कांग्रेस पर निशाना बनाते हुए आरोप लगाया है
कि कांग्रेस विकास के असली मुद्दे से बचने के लिए धर्मनिरेक्षता का बुर्का
ओढ़ रही है।
संप्रग अध्यक्ष ने कहा कि मनमोहन सिंह नीत केंद्र सरकार चतुर्दिक विकास,
समावेशी वृद्धि और गरीबों, महिलाओं एवं आदिवासियों को अधिकारसंपन्न बनाने
के लिए प्रतिबद्ध है। सरकारी अस्पतालों में मुफ्त दवायें और डायग्नोस्टिक
सुविधाएं शुरू करने सहित अशोक गहलोत सरकार की अन्य प्रमुख योजनाओं की
सराहना करते हुए सोनिया ने कहा कि इस रिफायनरी और पेट्रोकेमिकल परिसर से
राजस्थान के राजस्व में भारी वृद्धि होगी। सोनिया ने कहा कि मिलने वाले राजस्व का इस्तेमाल सार्वजनिक कार्यों और
गरीबों के उत्थान के लिए किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मैं आश्वस्त हूं कि
आने वाले दिनों और सालों में बाड़मेर विकास और खुशहाली के रास्ते पर आगे
बढ़ेगा तथा व्यापक बदलाव होगा, जिसके लिए हम प्रतिबद्ध हैं।
उन्होंने कहा कि राजस्थान देश का पहला राज्य होगा जो बाड़मेर से निकाले जा
रहे अपने कच्चे तेल का अपनी रिफायनरी में इस्तेमाल करेगा और इससे 25,000
नौकरियां मिलेंगी। उन्होंने कहा कि राज्य में नए उद्येगों के लिए यह अहम
कदम होगा।