जमीन धोखाधड़ी में BCCI को लगा 50 करोड़ का चूना
नई दिल्ली।
राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी की उप समिति के सदस्यों को गहरा झटका
लगा जब उन्हें यह पता चला कि बीसीसीआई को फर्जी जमीन करार से 50 करोड़ रुपये
का नुकसान हुआ है और वह अब इसमें शामिल लोगों के खिलाफ आपराधिक प्रक्रिया
शुरू करने पर विचार कर रहा है।
एनसीए उप समिति के सदस्यों
को गुरुवार को बताया गया कि गुरुसाईदत्त शानबाग नामक व्यक्ति ने (जो न तो
बीसीसीआई का कर्मचारी है, और न ही किसी राज्य संघ से जुड़ा है) ने हवाई
अड्डे के समीप कुर्की में 49 एकड़ की जमीन खरीदने के लिये बोर्ड की तरफ से
कर्नाटक औद्योगिक क्षेत्र विकास बोर्ड के साथ हस्ताक्षर किए। इस करार के लिये बीसीसीआई
ने 46.135 करोड़ रुपये का भुगतान किया। यह करार 2010 में हुआ था। इससे पहले
2008 में बीसीसीआई ने कर्नाटक सरकार को बिदादी में एनसीए सुविधाओं का
निर्माण करने के लिये 32 एकड़ की जमीन के लिये 3.841 करोड़ रुपये दिये थे
लेकिन यह करार रद्द हो गया क्योंकि यह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से बहुत
दूर था और अन्य मुश्किलों पर भी गौर किया गया। अब यह राशि करीब 50 करोड़
(49,97,60,00) रुपये की हो गई है। बीसीसीआई के शीर्ष अधिकारी हैरान थे कि
कर्नाटक उच्च न्यायालय में कई सारी जनहित याचिकायें दायर की गई हैं। 20 जून
को उच्च न्यायालय ने अपने फैसले में जमीन की खरीद फरोख्त को गैर कानूनी
करार दिया था। इसके बाद बीसीसीआई के शीर्ष
अधिकारियों को महसूस हुआ कि उन्हें एक दलाल ने धोखा दिया है। इसके बाद से
शानबाद का कोई पता नहीं है।