उत्तर प्रदेश में दूसरे दिन भी हड़ताल का रहा असर
उत्तर प्रदेश। राज्य परिवहन निगम की बसों के पहिये थमने से प्रदेश भर की करीब 10 हजार
बसें विभिन्न बस अड्डों में खड़ी हैं, जिससे यात्रियों को आवागमन में भारी
परेशानी हो रही है। लोगों के पास रेलगाडियों से सफर करने के अलावा कोई
विकल्प नहीं है।
वहीं बैंकों में कामकाज ठप रहने से लोगों को एटीएम मशीनों पर निर्भर रहना
पड़ रहा है, हालांकि आवश्यक सेवाओं को हड़ताल से बाहर रखा गया है। लखनऊ में
सरकारी बैकों के कई एटीएम में नगदी समाप्त होने से लोगों को परेशानी का
सामना करना पड़ रहा है। पंजाब नेशनल बैंक स्टाफ एसोसिएशन (उत्तर प्रदेश) के उप महासचिव अजीत कुमार ने
बताया कि गुरुवार को पूरे दिन बैकिंग सेवाएं पूरी तरह ठप रहेंगी और कोई
कामकाज नहीं होगा। प्रदेश के करीब चार हजार सरकारी बैंकों की शाखाएं हड़ताल
से प्रभावित हैं। एटीएम में नकदी डालने या किसी एटीएम में आई तकनीकी खराबी
को ठीक करने का काम शुक्रवार को किया जा सकेगा। लखनऊ, कानपुर, मेरठ, वारणसी, इलाहाबाद जैसे शहरों में चलने वाली महागनर
बसों का भी परिचालन पूरी तरह से ठप है, जिससे लोगों को सुबह दफ्तर जाने में
भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
बैंक और परिवहन के साथ बिजली, सिंचाई, बीमा, टेलीफोन और डाक विभाग के
दफ्तरों में भी लगातार दूसरे दिन कामकाज बंद है। उत्तर प्रदेश में विभिन्न
विभागों के करीब 50 लाख कर्मचारी इस हड़ताल में शामिल हैं।