सपोर्ट फाउंडेशन ने IG मोहित अग्रवाल को किया सम्मानित
कानपुर (अनुज तिवारी). एनकाउंटर स्पेशलिस्ट चर्चित आईजी मोहित अग्रवाल के साहसिक कार्यों के
लिए युवा समाजसेवी राहुल अग्निहोत्री व सपोर्ट फाउंडेशन की
राष्ट्रीय अध्यक्ष ज्योति शुक्ला द्वारा उन्हें सम्मानित किया गया। यूपी कॉप
ऐप के प्रचारक राहुल अग्निहोत्री व राष्ट्रीय संस्था सपॉर्ट फाउंडेशन की
राष्ट्रीय अध्यक्ष ज्योति शुक्ला ने आईजी मोहित अग्रवाल जी के जन्मदिन के
शुभ अवसर पर उनके आवास पर पहुंचकर संस्था की ओर से प्रशस्ति पत्र एवं
अंगवस्त्र प्रदान करके सम्मानित किया.
बताते चलें कि उत्तर प्रदेश पुलिस के 1997 बैच के तेज तर्रार, कर्मठ ईमानदार छवि के आईपीएस अधिकारी मोहित अग्रवाल ने कानपुर रेंज का पद भार सम्भालते ही प्रेस वार्ता कर अपने तीखे तेवरों से मंडल के सभी जनपदों के अपराधियों को अवगत करा दिया था की अपराधी या तो रेंज छोड़ दें या अपराध. उसके बाद भी बिकरु गांव और फरुखाबाद में अपराधी घटनाएं तो हुईं पर अपराधियों का जो हश्र हुआ उससे बचे खुचे अपराधियों की रूह तक थर्रा गई.
एनकाउंटर स्पेशलिस्ट चर्चित आई.जी मोहित अग्रवाल के इन्ही साहसिक कार्यों के लिए वरिष्ठ युवा समाजसेवी राहुल अग्निहोत्री व सपोर्ट फाउंडेशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष ज्योति शुक्ला द्वारा उन्हें सम्मानित किया गया। आईजी मोहित अग्रवाल ने कानपुर रेंज में पदभार संभालते ही शहर की यातायात व्यवस्था और अपराध को प्राथमिकता से सुधारने की बात कही थी। उन्होंने अपराधियों को अपने तेवरों से अवगत करते हुए यह ऐलान कर दिया था कि हर थाना क्षेत्र में टॉप टेन अपराधियों को चिन्हित कर उन पर नकेल कसी जाएगी और हर अपराधी की होल्डिंग थाने और चौराहों पर लगाई जाएगी ताकि अपराध मुक्त समाज की स्थापना की जा सके। वहीं पिछले दिनों थाना चौबेपुर अंतर्गत बिकरु गांव में कुख्यात पाँच लाख का इनामिया अपराधी विकास दुबे गैंग के द्वारा 8 पुलिस कर्मियों को मारे जाने की घटना को आईजी मोहित अग्रवाल ने एक चेलेंज के रूप में स्वीकार करते हुए उन्हों ने अपनी कथनी को करनी में अंजाम देने की मनसा बना कर जिस तरह आतंक के पर्याय विकास दुबे व उसके गुर्गों को खदेड़ कर उनको उनके सही स्थान यमलोक व जेल तक पहुंचाया व बिकरु ग्राम व कानपुर नगर वासियों के लिए भय मुक्त समाज की स्थापना की।
इसी घटना के साथ ही साथ फरुखाबाद में कुख्यात अपराधी सुभाष बाथम ने लगभग 30 मासूम बच्चों का अपहरण कर उनको अपने ही घर पर बंधक बनाया था, जिसकी सूचना आईजी मोहित अग्रवाल को मिलते ही बिना किसी देरी के तत्काल घटना स्थल पर पहुंचकर असलहा उठाया और शातिर अपराधी के घर के अंदर घुसकर उसको डेढ़ से दो मिनट में ही ढेर कर दिया था और बंधक सभी 30 बच्चों को अपनी कुशल रणनीति से सकुशल छुड़वाया था। इसके बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आईजी मोहित अग्रवाल व उनकी पूरी टीम को अपने आवास में बुलाकर वरिष्ठ जनों के बीच दस लाख रुपये का नगद इनाम व प्रशंसा पत्र देकर उनको सम्मानित किया था व उनकी पीठ थपथपाई। इन सभी साहसिक कार्यो को देखते हुए सपोर्ट फाउंडेशन परिवार ने कानपुर आईजी का सम्मान कर आभार प्रकट किया.
कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें