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पुलिस प्रशासन सब कुछ फिट है, सेक्‍स का धन्‍धा सुपरहिट है


कानपुर (सूरज वर्मा).
घण्‍टाघर और आसपास के इलाकों में कुछ होटल देह व्यापार के लिए काफी समय से बदनाम रहे हैं। यहां सेक्स का गलीज़ कारोबार पिछले कई वर्षो से चलता आ रहा है। ताजा मामला हरबंश मोहाल थानाक्षेत्र का है, यहां बीती रात पुलिस ने होटल मिरांडा गैलेक्‍सी में छापा मार कर दो प्रेमी जोड़ों को पकड़ा था। पुलिस ने होटल मैनेजर अमन कुमार बाजपेयी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पकड़े गये युगल बालिग थे अस्‍तु पुलिस ने उन्‍हें चेतावनी दे कर छोड़ दिया। 
 
 
बताते चलें कि पहले भी इन होटलों में छापेमारी के दौरान संदिग्ध अवस्था में महिला पुरूष पकड़े जा चुके हैं। पूर्व में हुई कार्रवाई के दौरान कुछ खास होटल मालिकों को पुलिस ने बख्श दिया था जिसका परिणाम रहा कि यह अवैध धंधा कुछ ही समय में यहां दुबारा शुरू हो गया है। सूत्रों की माने तो यह बदनाम होटल पैसा कमाने के लिए कई तरीके अपनाते हैं। इसमें कुछ ऐसे भी हैं जहां घंटे के हिसाब से कमरे की बुकिंग होती है। आने वाले जोड़ों से मोटा पैसा वसूला जाता है। यहां जिले के अलावा पड़ोस के कुछ जनपदों से भी युवतियां व युवक यहां मौजमस्‍ती के लिये पहुंचते हैं। इनको पांच सौ से एक हजार रुपये में कमरा उपलब्ध कराया जाता है। कुछ होटलों में वाट्सएप और फोन से भी कमरों की बुकिंग होती है। इसके लिए अतिरिक्त किराया लिया जाता है। अधिक पैसा लेकर होटल के कर्मचारी बिना किसी आईडी के भी कमरा उपलब्ध करा देते हैं। इसका प्रमाण हाल में हुई छापेमारी के दौरान पुलिस टीम को मिला। पुलिस अब इसकी भी जांच कर रही है। 
 
 
स्टेशन एवं आसपास चल रहे देह व्यापार से मोहल्ले के लोग परेशान रहते हैं। मोहल्ले के लोगों ने इसके बारे में कई बार पुलिस से शिकायत की, लेकिन पुलिस इन होटलों पर ठोस कार्रवाई करने से कतराती रहती है। जिससे आस-पास के रहने वाले लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है, सबसे ज्यादा तो महिलाओं को परेशानी होती है। सूत्रों की मानें तो शहर में मोबाइल व व्हाट्सएप के सहारे बड़े पैमाने पर सेक्स रैकेट का संचालन हो रहा है। मोबाइल के जरिए ही होटल की बुकिंग के साथ पुरुष और महिलाओं को समय भी बताया जाता है। पुलिस की जांच में धरे गए कुछ लोगों और होटल कर्मियों के मोबाइल से इसकी पुष्टि हुई है। सेक्स रैकेट से जुड़े होटलों में सब कुछ काफी सतर्कता से किया जाता है। पुलिस की छापेमारी में खुलासा हुआ कि यहां कमरे बुक करने के लिए महिलाओं की आईडी नहीं ली जाती है। होटलों में जो भी कमरे बुक थे उसमें से अधिकांश पुरूषों के नाम पर ही थे। पुलिस होटल मालिकों की इस मनमानी की भी जांच कर रही है। 
 
 
 
शहर के अलग अलग होटलों में सेक्स रैकेट का कारोबार पुलिस के नाक के नीचे फल फूल रहा है। पुलिस शहर में चल रहे रैकेट पर स्‍थाई रोक लगाने में नाकाम रही है। स्टेशन के आसपास छोटे बड़े दो दर्जन से अधिक होटल हैं। इसमें से आधा दर्जन से अधिक होटल में यह कारोबार चलता है। सुतरखाना पुलिस चौकी के समीप के होटलों में भी यह कारोबार चल रहा है, लेकिन इन पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा। जिससे पुलिस पर भी सवाल उठ रहे हैं। यहां पुलिस की छापेमारी की भनक लगते ही अधिकारियों के फोन की घंटियां भी घनघनाने लगती हैं। आरोप है कि होटल वालों से महीना बंधा होने के कारण इनकी पैरवी करने वालों में कुछ स्‍थानीय नेता, वकील और पत्रकार भी शामिल हैं। 
 
 
 

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