महंगा पड़ा फेसबुक का प्यार, करनी पड़ी वरमाला स्वीकार
कन्नौज. कन्नौज के तालग्राम के एक गांव की एक अनोखी प्रेम कहानी क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गई है, यह कहानी उन प्रेमियों के लिए सीख है, जो फेसबुक पर प्रेमिका से मीठी-मीठी बातें करते हैं। ऐसा ही एक प्रेमी उस समय घबरा गया, जब फेसबुक से बाहर निकलकर प्रेमिका शादी रचाने के लिए उसके दरवाजे आकर खड़ी हो गई। प्रेमी को मजबूरन उससे वरमाला गले में डलवानी पड़ी और गांव वाले उसकी शादी के साक्षी बने।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कन्नौज के तालग्राम थाना क्षेत्र के चौतराहार निवासी बृजेश उर्फ भूरा की जिला जालौन थाना कुठौंद के गांव शंकरपुर निवासी पूजा से फेसबुक पर दोस्ती हो गई थी। दोस्ती कब प्यार में बदल गईं, उन्हें पता ही नहीं चला। एक दूसरे से मोबाइल फोन नंबर का आदान प्रदान हुआ और फिर फोन पर बातों के साथ वाट्सएप चैटिंग व वीडियो कालिंग शुरू हो गई। दोनों के बीच प्यार परवान चढ़ने लगा। उनके बीच साथ जीने का वादा निभाने के साथ बात शादी तक पहुंच गई। पूजा के मुताबिक जब उसने शादी करने का दबाव बनाना शुरू किया तो बृजेश टालने लगा। तीन माह से लॉकडाउन खत्म होने पर शादी की बात कहकर टाल रहा था। इसपर उसने खुद ही उसके पास पहुंचकर शादी करने की ठान ली।
घर वालों को बिना बताए पूजा अपने गांव से सोमवार को निकल पड़ी। उसने बताया कि वह पहले ट्रक पर बैठकर तिर्वां तक आई और फिर सवारी न मिलने पर 15 किमी पैदल चलकर तालग्राम से आगे उसके गांव पहुंच गई। रास्ते से अनजान होने पर लोगों से पूछते हुए पहुंची और युवक को फोन करके गांव के बाहर बुलाया। काफी देर इंतजार के बाद भी वह नहीं आया और बार-बार फोन करने पर कॉल भी नहीं उठाया, तो गांव के लोगों से पूछते हुए पूजा उसके घर पहुंच गई।
घर के बाहर फेसबुक वाली प्रेमिका को देखकर बृजेश घबरा गया और हाथ जोड़कर उससे वापस जाने की मिन्नतें करने लगा। अपना घर छोड़कर आने की बात कहते हुए पूजा ने उससे शादी की बात कही। अनजान लड़की से बातें करते देखकर बृजेश के घरवाले भी आ गए और पूछताछ शुरू कर दी। पूजा ने फेसबुक से शुरू हुए प्यार की पूरी दास्तां बताई। इस पर स्वजनों ने उसे घर में घुसने नहीं दिया। पूजा ने कहा कि शादी किए बिना वो घर नहीं लौटेगी, चाहे उसकी जान ही क्यों न चली जाए।
गांव वालों को माजरा पता चला तो उन्होंने युवती को प्रधान के पास भेजा। पूरे दिन पंचायत चलती रही। लोगों ने समझाया लेकिन युवती घर वापस जाने को तैयार नहीं हुई। युवती ने फेसबुक व वाट्सएप पर चैट किए सारे मैसेज भी लोगों को दिखाए। ग्राम प्रधान ने युवक के घर वालों को समझाया और इसके बाद युवक के परिजन शादी के लिए तैयार हो गए। मंगलवार को गांव में दुर्गा देवी मंदिर में दोनों का विवाह संपन्न कराया गया। प्रेमिका ने प्रेमी के गले में वरमाला डाली और गांव वाले शादी के साक्षी बने।
कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें