कानपुर - शहर में हड़ताल का मिलाजुला असर, सड़कों पर उतरे सरकारी कर्मचारी
कानपुर 08 जनवरी 2019 (महेश प्रताप सिंह). केंद्र व राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ केंद्रीय ट्रेड यूनियन व औद्योगिक फेडरेशन के साझा मंच की दो दिवसीय हड़ताल का शहर में मिलाजुला असर देखने को मिला। सरकारी कार्यालयों में कार्य का बहिष्कार कर कर्मचारी सड़कों पर नारेबाजी करते नजर आये, वहीं व्यापार और उद्योगों में प्रभाव कम रहा। हड़ताल को भारतीय मजदूर संघ को छोड़कर सभी श्रमिक संगठनों का समर्थन प्राप्त रहा।
श्रमिक संगठनों और केंद्रीय व राज्य कर्मचारी के विभागों में सक्रिय संगठनों के साझा मंच द्वारा दादा नगर औद्योगिक क्षेत्र में प्रदर्शन की योजना बनाई गई। मंगलवार की सुबह आठ बजे से ही संगठन के नेताओं का जमावड़ा दादा नगर पुल के नीचे लगना शुरू हुआ। इसके बाद कर्मचारियों ने नारेबाजी करते हुए सड़क जाम कर दी। इसी जगह असंगठित क्षेत्र के निर्माणी मजदूर भी एकत्र होते हैं। प्रदर्शनकारियों ने मजदूरों से हड़ताल का समर्थन करते हुए काम पर न जाने की अपील की। मजदूर विरोध पर उतर आये तो आपस में झड़प हो गई। हंगामे की जानकारी पर पुलिस आ गई और साढ़े नौ बजे प्रदर्शन कर रहे श्रमिक नेताओं को चेतावनी दी। पुलिस ने कहा कि किसी पर भी हड़ताल के लिए जबरन दबाव न बनाया जाये। इसके बाद मजदूर काम के लिए चले गये।
वहीं दूसरी ओर बैंकों, आयकर व सेल टैक्स विभाग और बीमा निगम के कार्यालय में हड़ताल का व्यापक असर देखने को मिला। बैंकों में कामकाज ठप रहा और ग्राहकों को लौटना पड़ा। केस्को के कर्मचारी और इंजीनियर हड़ताल के समर्थन में रहे। बैंक, बीमा, आयकर के चार हजार से ज्यादा कर्मचारियों के हड़ताल में शामिल होने का अनुमान है। इसके चलते सभी कार्यालयों में काम प्रभावित रहा।