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दरोगा की बेटी से सामूहिक दुष्कर्म मामला - सामने आई चौंकाने वाली बातें

कानपुर 29 दिसम्बर 2018 (महेश प्रताप सिंह). कानपुर के गीता नगर में दरोगा की नाबालिग बेटी से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में काकादेव पुलिस ने छात्रा के दोस्त बीटेक छात्र अनुराग यादव को शुक्रवार को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया। पर बाकी तीन आरोपियों की गिरफ्तारी अभी नहीं की गई है। तीनों को हवालात से निकाल कर थाने के दफ्तर मेें बिठा दिया गया है।


सूत्रों के अनुसार पुलिस मान रही है कि तीनों ने सामूहिक दुष्कर्म नहीं किया। अब तक की विवेचना में तीनों के दुष्कर्म में शामिल होने के साक्ष्य नहीं मिले हैं। देर रात तक इन आरोपियों को विवेचना पूरी होने तक शहर न छोड़ने की शर्त पर परिजनों को सौंपा जा सकता है। वहीं दूसरी तरफ पीडिता के दरोगा पिता ने आज रो रोकर अपना दर्द मीडिया को बताया। उन्‍होंने कहा कि पुलिस हाइप्रोफ़ाइल आरोपियों को बचाने में जुटी है, एफआईआर दर्ज होने के बावजूद जांच के नाम पर आरोपियों को अभी तक जेल नहीं भेजा गया है। उन्‍होंने बताया कि तीन दिन से पीड़ित लड़की गंभीर हालत में हॉस्पिटल में भर्ती है पर जिला प्रशासन मामला मैनेज करने में जुटा है।

बताते चलें कि यूपी पुलिस के एक दरोगा की 11वीं में पढ़ने वाली 16 वर्षीय बेटी मंगलवार को क्रिसमस के मौके पर नजीराबाद घूमने गई थी। छात्रा की मां का आरोप है कि वहां से बेटी का कथित दोस्त जौनपुर निवासी पुलिस इंस्पेक्टर का बेटा अनुराग यादव उसे बहला-फुसलाकर अपने साथ आभा अपार्टमेंट, गीता नगर स्थित अपने फ्लैट में ले गया। वहां अनुराग ने अपने साथियों शुभम यादव, अभिषेक और जैकी दुबे के संग मिलकर बेटी से दुष्कर्म किया। इसके बाद आरोपी बेहोशी की हालत में उसे बाबूपुरवा थाने के सामने फेंककर भाग निकले थे।

इस मामले में काकादेव थाने में चारों आरोपियों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म व पॉक्सो एक्ट के तहत नामजद रिपोर्ट दर्ज हुई है। पुलिस ने चारों आरोपियों को घटना की रात दबोच लिया था। थाना प्रभारी राजीव सिंह के मुताबिक छात्रा के दोस्त अनुराग यादव का शुक्रवार को हैलट में डॉक्टरी परीक्षण कराने के बाद कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया। बाकी तीन आरोपियों की दुष्कर्म में शामिल होने के सबूत नहीं मिले हैं। छानबीन में पता चला है कि आरोपी अभिषेक घटना के वक्त फ्लैट में मौजूद नहीं था। जैकी कमरे के बाहर टेरिस पर बैठा था। शुभम अपनी दोस्त के साथ बैठा था। दुष्कर्म में तीनों आरोपी शामिल नहीं थे। थाना प्रभारी के मुताबिक विवेचना जारी है। एसएसपी अनंत देव के मुताबिक दुष्कर्म व पॉक्सो एक्ट के मामले में बिना पुख्ता सबूत के किसी आरोपी को जेल नहीं भेजा जाएगा। घटना के बाद भी इंस्टाग्राम और व्हाट्सऐप के जरिए पीड़ित छात्रा की आरोपी अनुराग से मैसेज के जरिए बात हुई। हर पहलू पर जांच कराई जा रही है।


पीड़ित छात्रा ने पुलिस को दिए बयान (सीआरपीसी की धारा 161) में अनुराग यादव के साथ ही बाकी तीनों आरोपियों पर भी दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है। पुलिस का कहना है कि छात्रा के बयानों में विरोधाभास है। जरूरी हुआ तो उसका कोर्ट में कलमबंद बयान भी कराया जाएगा। वहीं दूसरी तरफ पीड़ित छात्रा के दरोगा पिता पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं। अस्पताल में बेटी की तीमारदारी में लगे पिता ने भी छात्रा की बातों को दोहराया। कहा कि बेटी के संग चारों आरोेपियों ने दुष्कर्म किया है। पीड़िता के पिता ने कहा कि मेरी बेटी खुद बता रही है की मैं जब तक बेहोश नहीं हो गई सभी लड़के मेरे साथ बारी बारी रेप करते रहे। मामले में इंस्पेक्टरों के लड़के शामिल हैं, मामला हाईप्रोफाइल है इसलिए पुलिस विवेचना की आड़ लेकर मामले को मैनेज करने का प्रयास कर रही है। उन्‍होंने ये भी कहा कि अगर पुलिस ने अनुराग के साथियों को छोड़ा तो वह शासन से लेकर कोर्ट तक जाएंगे और आरोपियों को सजा दिलाकर रहेंगे।