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पत्रकारों पर लगातार हो रहे हमलों से फैला आक्रोश, AIRA करेगी देशव्‍यापी आन्‍दोलन

लखनऊ 12 सितम्‍बर 2018. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिला बिजनौर में महिला पत्रकार जैमिन चौधरी पर जानलेवा हमले, विगत दिनों विभिन्न जनपदों में पत्रकारों पर हुये जान लेवा हमलों से क्षुब्ध पत्रकारों में सरकार के प्रति‍ गहरा असंतोष एवं आक्रोश फैल गया है। लखनऊ में आज आल इंन्डियन रिपोर्टर्स एसोसिएशन "आईरा" की प्रदेश कार्यकारिणी की आपातकालीन बैठक में कडे शब्दों में उक्त घटना की निंदा करते हुये पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने एवं प्रदेश में अविलंब पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की मांग की गई।



सनद रहे की उक्त महिला पत्रकार पर कई बार पहले भी हमले हुए हैं जिसकी तहरीर भुक्त भोगी महिला पत्रकार सूबे के उप मुखमंत्री, केशव प्रसाद मौर्या, महिला कल्‍याण मंत्री रीता बहुगुणा जोशी, तथा प्रदेश पुलिस के मुखिया डीजीपी ओ.पी सिंह सहित अनेकों मंत्रियों, अधिकारियों आदि को देकर अपनी जान की सुरक्षा एवं अपने ससुराली पक्ष के लोगों पर कार्यवाही की मांग करती रही। राजधानी लखनऊ से कोरे आश्वासन मिलते रहे तथा जिला बिजनौर प्रशासन निरंकुश बना रहा। प्रशासन जैमिन चौधरी के अपराधिक पृष्ठभूमि के ससुराल पक्ष के लोगों को संरक्षण देता रहा। नतीजा पुलिस के उदासीन रवैये के कारण बढे हौसले के बल पर दिनांक 11/9/2018 को भरे बाज़ार बीच सडक पर दिन दहाड़े अपराधियों ने जैमिन चौधरी के पेट में गोली मार दी तथा चाकूओं से कई वार कर पूरी तरह जान से मारने का प्रयास किया। 

सूत्रों से पता चला है की उक्त पूरे प्रकरण में एक स्थानीय छुटभैये भाजपा नेता संजय चौहान का भी मुख्य रोल रहा है। संजय चौहान स्थानीय अपराधियों का मुख्य संरक्षक है तथा पुलिस से अपराधियों की सेटिंग करा कर दलाली खाता है। जैमिन चौधरी के ससुराल पक्ष वाले भी अपराधिक पृष्ठभूमि के है जिन पर ना केवल बिजनौर में बल्‍कि‍ दिल्ली, नैनीताल, जम्मू, मुरादाबाद, सहित विभिन्न जनपदों में कई अपराधिक केस चल रहे हैं तथा संजय चौहान इन लोगों का सरंक्षक है। संजय चौहान का स्थानीय कीरतपूर कोतवाली में ख़ासा दबदबा है जिसके चलते पुलिस निरंकुश बनी रही और अपराधियों ने उक्त दुस्साहसिक घटना को अंजाम दे डाला । 

कुछ ही देर में ये समाचार जंगल की आग की तरहां पूरे देश में फैल गया तथा आम जनों में विशेष कर पत्रकारिता के क्षेत्र से जुडे लोगों में आक्रोश व्याप्त हो गया । लखनऊ में तुरंत आल इन्डियन रिपोर्टर्स एसोसिएशन "आईरा" की प्रदेश कार्यकारिणी की आपातकालीन बैठक कर कडे शब्दों में उक्त घटना की निंदा की गयी तथा उत्तेजित पत्रकारों ने पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने एवं प्रदेश में अविलंब पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की चेतावनी के साथ प्रदेश सरकार से अपने अधिकारों को हासिल करने के उद्देश्य से आर पार के आंदोलन का आह्वान किया गया। आईरा हाई कमान से दिशा निर्देश ले कर आगे की रणनीति तैयार की गयी। तुरंत दो फ़ैक्स माननीय मुखमंत्री तथा डी.जी.पी महोदय को किये गये, जिसमें पत्रकारों की सुरक्षा की मांग के साथ प्रदेश में पत्रकार सुरक्षा कानुन लागू करने, भुक्त भोगी महिला पत्रकार जैमिन चौधरी के हमलावरों पर सख़्त कार्यवाही तथा असंवेदनशील बिजनौर प्रशासन पर कार्यवाही की मांग के साथ साथ जौमिन चौधरी के ईलाज का खर्च उठाने की सरकार से मांग की गयी । 

बताते चलें कि जैमिन एक गरीब परिवार की बेटी हैं तथा उसके परिवार वाले इलाज का खर्च उठाने में असमर्थ हैं। बैठक में लिये गये निर्णय एवं आईरा हाई कमान के निर्देशानुसार पुलिस मुख्यालय में डीजीपी महोदय को इसी संदर्भ में ज्ञापन सौंपे जाने का निर्णय लिया गया। दिनांक 13/9/2018 को आईरा की प्रदेश ईकाई की ओर से दिन में दो बजे गांधी प्रतिमा हज़रतगंज में पत्रकार सुरक्षा आंदोलन काआगाज़ करने एवं धरना देने का निर्णय लिया गया। साथ ही पूरे प्रदेश के आल इन्डियन रिपोर्टर्स एसोसिएशन "आईरा" से जुडे पत्रकारों सहित उत्पीड़न के शिकार सभी लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के सजग प्रहरियों से अपने अपने जिलों में जिला मुख्यालय पर दिन के दो बजे धरना देकर मुखमंत्री के नाम प्रेषित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपने का आहवान किया गया।