दरोगा की हत्या में पत्नी सहित 4 गिरफ्तार
कानपुर 07 जुलाई 2018 (महेश प्रताप सिंह/अनुज तिवारी). कानपुर में बीती 2 जुलाई को सजेती थाने में एक दरोगा की चाकू से गोदकर नृशंस हत्या कर दी गई थी। दरोगा का लहूलुहान शव थाने परिसर स्थित उसके आवास में अर्द्धनग्न हालत में पड़ा मिला था। एसएसपी द्वारा बनाई गई टीम ने आज घटना का खुलासा करते हुए मृतक दरोगा की दूसरी पत्नी सहित 3 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार हत्या की वजह दूसरी पत्नी का किसी से अवैध सम्बन्ध बताया गया है।
शनिवार को प्रेसवार्ता करते हुए एसएसपी अखिलेश कुमार ने बताया कि बेनीगंज हरदोई निवासी किरण देवी का संबंध दरोगा पच्चालाल से वर्ष 2003 में हरदोई में तैनाती के दौरान हुआ था। जिसके बाद दरोगा ने उसे अपनी दूसरी पत्नी के रूप में कानपुर के नवाबगंज इलाके में रख लिया। पच्चालाल के मित्र जितेंद्र उर्फ महेंद्र यादव जो रोडवेज में ड्राइवर है का पच्चालाल के घर आना जाना था। इसी बीच कब किरण और जितेंद्र के बीच प्यार पनप गया पच्चालाल को पता भी नहीं चला।
पति को अपने प्यार के बीच रोड़ा बनते देख पत्नी और प्रेमी जितेंद्र ने पच्चालाल की हत्या की साजिश रची। चूंकि पच्चालाल 58 वर्ष के थे और रिटायरमेंट के करीब थे ऐसे में अगर उनकी आन ड्यूटी हत्या होती है तो उनके बेटे को नौकरी और पत्नी को जीवन भर पेंशन मिलती रहेगी और इनके प्यार का रास्ता भी साफ हो जाएगा। घटना को अंजाम देने के लिए जितेंद्र ने औरैया निवासी निजाम अली और राघवेंद्र से मिलकर 2 जुलाई को पच्चालाल की हत्या कर दी। एसएसपी अखिलेश कुमार ने कम समय में घटना का खुलासा करने वाले इंस्पेक्टर रेल बाजार मनोज कुमार रघुवंशी और इंस्पेक्टर घाटमपुर दिलीप कुमार बिंद और उनकी टीम को 25 हजार रुपये का पुरस्कार दिया है।
शनिवार को प्रेसवार्ता करते हुए एसएसपी अखिलेश कुमार ने बताया कि बेनीगंज हरदोई निवासी किरण देवी का संबंध दरोगा पच्चालाल से वर्ष 2003 में हरदोई में तैनाती के दौरान हुआ था। जिसके बाद दरोगा ने उसे अपनी दूसरी पत्नी के रूप में कानपुर के नवाबगंज इलाके में रख लिया। पच्चालाल के मित्र जितेंद्र उर्फ महेंद्र यादव जो रोडवेज में ड्राइवर है का पच्चालाल के घर आना जाना था। इसी बीच कब किरण और जितेंद्र के बीच प्यार पनप गया पच्चालाल को पता भी नहीं चला।
पति को अपने प्यार के बीच रोड़ा बनते देख पत्नी और प्रेमी जितेंद्र ने पच्चालाल की हत्या की साजिश रची। चूंकि पच्चालाल 58 वर्ष के थे और रिटायरमेंट के करीब थे ऐसे में अगर उनकी आन ड्यूटी हत्या होती है तो उनके बेटे को नौकरी और पत्नी को जीवन भर पेंशन मिलती रहेगी और इनके प्यार का रास्ता भी साफ हो जाएगा। घटना को अंजाम देने के लिए जितेंद्र ने औरैया निवासी निजाम अली और राघवेंद्र से मिलकर 2 जुलाई को पच्चालाल की हत्या कर दी। एसएसपी अखिलेश कुमार ने कम समय में घटना का खुलासा करने वाले इंस्पेक्टर रेल बाजार मनोज कुमार रघुवंशी और इंस्पेक्टर घाटमपुर दिलीप कुमार बिंद और उनकी टीम को 25 हजार रुपये का पुरस्कार दिया है।