कानपुर - उर्सला अस्पताल में आईसीयू स्टाफ ने पत्रकार को घेर कर पीटा
कानपुर 05 मार्च 2018 (अमित कश्यप). इन दिनों लाेकतंत्र का चौथा स्तम्भ कहे जाने वाले पत्रकारों की प्रतिष्ठा का कोई मोल नहीं रह गया है। इस देश में अब पत्रकार को गोली मारना, पत्रकार पर हाथ उठाना और उनको गालियां बकना आम बात हो गयी है। ताजा मामला कानपुर के उर्सला अस्पताल का जहां आज एक वरिष्ठ पत्रकार को डाक्टरों ने बिना वजह पीट दिया।
मामला कानपुर के उर्सला अस्पताल का जहां आज एक वरिष्ठ पत्रकार कमल शंकर मिश्रा ने अपनी माता जी को भर्ती कराया था। इलाज में हो रही लापरवाही के खिलाफ जब पत्रकार ने आवाज उठाई तो ड्यूटी डाक्टर एवं पूरे आईसीयू स्टाफ ने मिलकर उन पर हमला कर दिया, उनके कपड़े तक क्ष्ातिग्रस्त कर दिये। यही नहीं बेलगाम मेडिकल स्टाफ ने मौके पर आये अन्य पत्रकारों को जूतों से मारने की धमकी भी दे डाली। कमल शंकर मिश्रा ने आरोपियों के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज करवाई है।
यूं तो धरती का भगवान कहे जाने वाले डाक्टर इंसान को जीवनदान देने का
कार्य करते हैं, पर इन दिनों कुछ डाक्टरों के व्यवहार से ये बात सरासर गलत
साबित हो रही है। आज चाहे सरकारी अस्पताल हो या प्राइवेट अस्पताल यहां कई डाक्टर अब भगवान नहीं शैतान बन गये हैं। उन्हें किसी के दर्द का कोई एहसास नहीं रह गया, रोजाना सैकड़ों मरीज इन डाक्टरों की वजह से प्रताड़ित किये जाते हैं। कई लोग तो अपने मरीज के इलाज के लिये अपनी सारी दौलत तक बेच देते हैं, पर उनका सही इलाज नसीब नहीं होता है। आशा है प्रदेश सरकार जल्द ही इस दिशा में सख्त कदम उठायेगी।