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कट्टा पड़ गया कलम पे भारी, दबंगों ने पत्रकार की खोपड़ी फाड़ी

कानपुर 7 जनवरी 2017. सूबे की भाजपा सरकार में इन दिनों पत्रकारों के दिन अच्‍छे नहीं चल रहे हैं। पत्रकारों को आज कल उपहार स्वरूप या तो गोली मार दी जाती है या हाथ पैर तोड़ दिए जाते हैं। विगत कुछ दिनों पूर्व कानपुर में हिंदुस्तान समाचार पत्र के बिल्हौर तहसील संवाददाता नवीन गुप्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी, जिसकी जांच अभी तक चल रही है। वहीं शहर के एक पत्रकार को बीती रात दबंगों ने इतना मारा कि वो अस्‍पताल में जीवन और मृत्‍यु से संघर्ष कर रहा है। 



विगत कुछ दिन पहले जूही परम पुरवा में हुए बवाल की खबर को लिखना पत्रकार चांद खान को उस समय भारी पड़ गया जब बीती रात ऑफिस से घर लौटते वक्त परम पुरवा के दबंग शहनीज मामा, राहिल कैफ और कैश नामक युवकों ने पत्रकार चाँद खान को घेरकर मारपीट करते हुए कट्टे की बट से उन पर हमला कर दिया। हमले में पत्रकार का सर बुरी तरह से फट गया और ज्यादा खून निकलने की वजह से वो मौके पर ही गिर पड़ा। रास्ते से निकल रहे लोगों ने पत्रकार के मुंह पर पानी डाला और पास के अस्पताल ले जाकर ड्रेसिंग करवाई। पत्रकार चाँद पर हमले की सूचना पाकर आल इण्डियन रिपोर्टर्स एसोसिएशन (आईरा) से जुडे पत्रकार भारी संख्या में पहुँचे और जूही थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई। जिसके बाद पत्रकार का मेडिकल कराने के लिए उर्सला भेजा गया लेकिन पत्रकार की हालत ज्यादा खराब होने के कारण उसे उर्सला अस्पताल में डाक्‍टरों ने भर्ती कर लिया। जहां अभी भी पत्रकार की हालत नाजुक बनी हुई है।


विदित हो कि जूही में पत्रकारों पर हमले का यह कोई पहला मामला नहीं है। विगत कुछ वर्षों पूर्व पत्रकार पप्पू यादव ने जूही में चल रहे एक बड़े स्तर के सेक्स रैकेट की खबर चलाई थी। जिससे कुपित होकर सेक्स रैकेट संचालिका ने अपने गुर्गों के साथ मिलकर पप्पू यादव पर जानलेवा हमला कर दिया था। सेक्स रैकेट संचालिका की पुलिस से सांठ-गांठ के चलते अभी तक इस मामले में भी कोई कठोर कार्रवाई नहीं हो पाई है। वहीं दूसरी ओर जूही थाना प्रभारी ने बताया कि चांद पत्रकार के मामले में मुकदमा लिख लिया गया है पर अभी तक मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।

(कानपुर से विशाल तिवारी एवं अमित राजपूत की रिपोर्ट)