कानपुर - रेलवे कर्मचारियों की लापरवाही के चलते हुयी युवक की मौत
कानपुर 23 जनवरी 2018 (दिग्विजय सिंह). सेन्ट्रल रेलवे स्टेशन पर आज सुबह कालका एक्सप्रेस से यात्रा कर रहे एक युवक की रेलवे कर्मचारियों की लापरवाही के चलते मौत हो गई। युवक सोनीपत से कलकत्ता की ओर जा रहा था। इसी बीच उसे पेट में
दर्द उठा। दर्द से कराह रहे युवक को परिजनों ने अन्य यात्रियों के सहयोग से कानपुर स्टेशन के
प्लेटफार्म संख्या 6 पर उतार लिया, पर समय से डाक्टरी सहायता न मिलने के कारण युवक को बचाया नहीं जा सका।
बीमार युवक की गरीब मां द्वारा स्टेशन मास्टर को सूचना देने पर उन्होंने मात्र बीमारी की पर्ची काट कर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली। दर्द से तडपता हुअा युवक मुंह से झाग फेंकते हुये तडप तडप कर मर गया परन्तु कोई डाक्टर नहीं आया। सूत्रों के अनुसार मामला जहरखुरानी का भी हो सकता है। यहां दुखद पहलू ये है कि मौके पर मौजूूद एक पत्रकार एवं जीआरपी दरोगा के लाख प्रयासों के बावजूद डाक्टर साहब बस 2 मिनट में पहुंचने का आश्वासन देते रहे। करीब 35 मिनट बाद जब डाक्टर साहब मौके पर आये तो युवक की सांसे थम चुकी थीं।
जानकारी के अनुसार राबिया बीबी नामक महिला अपने दो पुत्रों हनीफ (15 वर्ष) और अनवर (17 वर्ष) के साथ कालका एक्सप्रेस द्वारा सोनीपत से कलकत्ता जा रही थी। रास्ते में हनीफ की तबियत खराब होने लगी, पेट में भयंकर दर्द और उलटी के चलते हनीफ बुरी तरह तड़पने लगा। ट्रेन के कानपुर स्टेशन पहुंचने पर दर्द से कराह रहे युवक को परिजनों ने अन्य यात्रियों के सहयोग से कानपुर स्टेशन के
प्लेटफार्म संख्या 6 पर उतार लिया। बीमार युवक की गरीब मां द्वारा स्टेशन मास्टर को सूचना देने पर उन्होंने
मात्र बीमारी की पर्ची काट कर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली।
कई बार फोन करके बुलाने और मामले की गम्भीरता बताने के बावजूद रेलवे के डाक्टर साहब टीसी आफिस में अपने कुछ परिचितों का बीपी चेक करने में लगे रहे। करीब 35 मिनट बाद जब डाक्टर साहब मौके पर पहुंचे तो हनीफ के प्राण पखेरू उड़ चुके थे। इसके बाद घटना की लिखापढी करके शव पोस्टमार्टम हेतु भिजवाने में जितनी तेजी दिखाई गयी उसकी 10 प्रतिशत भी पहले दिखाई जाती तो हनीफ जिन्दा होता।