हाल बेहाल - प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र गढिया रंगीन में प्रसव तक की सुविधा नहीं
शाहजहांपुर 18 दिसम्बर 2017 (अमित वाजपेयी एवं धीरेन्द्र यादव). जनपद के गांव गढिया रंगीन का प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मात्र नाम का ही है। यहाँ पर प्रसव की कोई सुविधा नहीं है, दवाईयां भी नहीं मिलती हैं। प्रसव एवं चिकित्सा सुविधा के अभाव में महिलाओं, बच्चों एवं बीमार वृद्धों को 20 किलोमीटर दूर जेतीपुर ब्लाक के सरकारी अस्पताल में जाना पड़ता है।
लम्बी दूरी के असुविधाजनक यात्रा करना कभी-कभी बीमार जनों को जानलेवा भी साबित हो जाता है। गढिया रंगीन गांव के प्राथमिक स्वास्थ केन्द्र पर प्रसव के लिए आने बाली महिलाओं को जेतीपुर के लिए रिफर कर दिया जाता है। इन हालातों में आशा कार्यकत्रियों को प्रसव की वेदना को सह रही महिलाओं को जेतीपुर के अस्पताल ले जाना बडा कष्टप्रद सिद्ध हो रहा है। इसी गांव की आशा कार्यकत्री राजकुमारी तथा रमपुरा गांव की नीलम ने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर प्रसव की सुविधा के लिए एक शिकायत पत्र जनसुनवाई पोर्टल पर जिलाधिकारी को दिया था। जिस पर जिलाधिकारी शाहजहांपुर ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को उचित कार्यवाही के लिए अग्रसारित कर दिया। उन्होंने शिकायत की निस्तारण अवधि बीत जाने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं की। तब इन्हीं कारणों को दर्शाते हुऐ एक शिकायतपत्र प्रदेश के मुख्यमंत्री को भी प्रेषित किया गया, लेकिन वो भी कार्यवाही शून्य होकर रह गया।
अब सवाल उठता है कि क्या मुख्यमंत्री जी सीएमओ शाहजहांपुर को अपनी जिम्मेदारी के प्रति उदासीनता बरतने के आरोप में सस्पेंड कब करेंगे। आशा कार्यकत्रियों तथा संघनियों ने हड़ताल करने की भी चेतावनी दे रख्खी है। हड़ताल की मांग करने वालों में मुन्नीदेवी, सीमा देवी, ऊषा देवी, पुष्पा देवी, अनीता, संजू, अनीता, सरोज यादव, मीरा सिंह, संतोष कुमारी, विमला देवी, सीता सिंह, शकुन्तला देवी, रीना यादव आदि शामिल थीं।