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महर्षि बाल्मीकि के जीवन पर प्रस्तुत की लघु नाटिका

कानपुर नगर 07 Oct 2017. सवेरा परिवार संस्थान द्वारा सरोजनी नगर में आयोजित कार्यक्रम में आज लघु नाटिका प्रस्तुत की गयी तथा झांकी निकाली गयी। जिसमें नन्हें मुन्ने बच्चों द्वारा महर्षि बाल्मीकि के जीवन को दर्शाया गया। बच्चों को संस्था के पदाधिकारियों एवं थाना नजीराबाद के एस.एस.आई राजेश यादव एवं चौकी प्रभारी गुमटी द्वारा पुरस्कार देकर सम्मानित भी किया गया।


इस दौरान संयोजिका अंजली वर्मा ने महर्षि बाल्मीकि के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वरूण देव व आदित्य से उत्पन्न महर्षि कश्यप की दो संतान थी। बडे पुत्र भृंगु ऋषि व छोटे पुत्र महा ऋषी बाल्मीकि थे। बाल अवस्था में कठारे साधना व तपोबल के कारण उन्हें ब्रम्ह का ज्ञान हुआ। अध्यक्ष तारा वर्मा ने बताया कि जब ग्रंथ रामायण को लिखते समय लेखनी टूट गयी थी, तब ब्रम्हा के आदेश पर गणेश जी ने एक दांत को महाकाव्‍य लिखने हेतु वाल्मीकि जी को भेंट किया था।

बच्चों को संस्था के पदाधिकारियों एवं थाना नजीराबाद के एस.एस.आई राजेश यादव एवं चौकी प्रभारी गुमटी द्वारा पुरस्कार देकर सम्मानित भी किया गया। इस अवसर पर तारा वर्मा, अंजलि वर्मा, राजेश कुमार, चुन्नू लाला, राधा देवी, प्यारे लाला, किशन कुमार, ज्योति, सुनील, संजय, अरविंद, रामबाबू आदि मौजूद रहे।