GST की आड़ में झोलाछाप डाक्टरों ने मंहगा किया उपचार
अल्हागंज 31 जुलाई 2017. जीएसटी के माध्यम से आम जनता को उपयोगी वस्तुओं की आपूर्ति सस्ते रेट पर दिलाने का प्रयास शासन के द्वारा किया जा रहा है। लेकिन क्षेत्र व नगर में क्लीनिक चला रहे तमाम झोला छाप डाक्टर जीएसटी के ही पलीता लगाने से बाज नहीं आ रहे हैं। इसकी आड़ में डाक्टरों ने इलाज भी मंहगा कर दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्रामीण इलाकों के गांव हुल्लापुर, चौरसिया, ठिगरी, कोयला, साहबगंज, इस्लामगंज तथा अल्हागंज के प्रत्येक नुक्कड़ और चौराहे व बाईपास हाईवे पर तमाम झोलाछाप डाक्टरों ने फर्जी क्लीनिक खोल रख्खे हैं । इन्हीं फर्जी डिग्रीधारी चिकित्सों ने अल्हागंज नगर में भी अपने अस्पताल खोल रख्खे हैं। जब से जीएसटी लागू हुआ है। तब से इन क्लीनिकों में भी इलाज मंहगा हो गया है। जो दवाई 20 से 40 रुपये में इनके यहां से मिल जाती थी, अब उसी के दाम डेढ गुने कर दिये। इस प्रकार के चिकित्सकों का कहना है कि दवाईयों के दाम मेडिकल स्टोरों ने बढाये हैं। खरीदी गई दवाई का पक्का पर्चा भी ये लोग नहीं देते हैं। इसके अलावा उनको स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को महीना भी देना पडता है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्रामीण इलाकों के गांव हुल्लापुर, चौरसिया, ठिगरी, कोयला, साहबगंज, इस्लामगंज तथा अल्हागंज के प्रत्येक नुक्कड़ और चौराहे व बाईपास हाईवे पर तमाम झोलाछाप डाक्टरों ने फर्जी क्लीनिक खोल रख्खे हैं । इन्हीं फर्जी डिग्रीधारी चिकित्सों ने अल्हागंज नगर में भी अपने अस्पताल खोल रख्खे हैं। जब से जीएसटी लागू हुआ है। तब से इन क्लीनिकों में भी इलाज मंहगा हो गया है। जो दवाई 20 से 40 रुपये में इनके यहां से मिल जाती थी, अब उसी के दाम डेढ गुने कर दिये। इस प्रकार के चिकित्सकों का कहना है कि दवाईयों के दाम मेडिकल स्टोरों ने बढाये हैं। खरीदी गई दवाई का पक्का पर्चा भी ये लोग नहीं देते हैं। इसके अलावा उनको स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को महीना भी देना पडता है।