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कानाफूसी - नये बने भगवा नेता ने दिखाई जीदारी, सत्ता की धौंस दिखा पत्रकार से माँगी रंगदारी

शाहजहाँपुर 30 जून 2017. भाजपा सरकार बनने से पहले अल्हागंज निवासी एक मियां फटीचर इधर उधर छोटी-मोटी नेतानगरी करके अपना गुजारा करते थे। जनसूचना माँगना उनका फिर लोगों को ब्‍लैकमेल करना उनका पेशा था। जिससे उनका खर्चा पानी चलता था। भगवा सरकार आने पर वो चोला बदल कर केसरिया हो गये। एक बडा सा भगवा अंगौछा लिया, मोटरसाइकिल में थोडा पेट्रोल भराया और चलने दो नेतागीरी। लगाने लगे थाने के चक्कर, करने लगे पंचायत और माँगने लगे रंगदारी। 


बीते दिनों ये एक धनी आदमी से पैसा माँगने लगे जब उसने देने से मना किया तो अपनी बीबी की आड में श्री फटीचर जी ने छेडछाड़ का मुक़दमा लिखा दिया। अब तो उनकी धाक और भी  जम गई। इसी बीच शिकायतों को प्रकाशित करवाने के लिए उनकी मुलाकात अल्हागंज  निवासी एक पत्रकार से हो गई। कुछ दिन बाद आदत से मजबूर मियां फटीचर ने पत्रकार महोदय से भी पाँच हजार रुपये मांग लिये। इस पर पत्रकार ने कहा कि पतली गली पकड़ कर फूट लो, यहां आप कि खिचड़ी पकने वाली नहीं है। तो फटीचर मियां कुर्सी से थोड़ा उठे और बोले आपने जो 50000 रुपये मुद्रा योजना में बैंक से लिये हैं, वो हमारी सरकार ने दिये हैं और हम पार्टी के आदमी हैं। इतना तो हमारा हक बनता है। नहीं दोगे तो तुम्हारे ऊपर इतने झूठे मुकदमें ठोकूंगा कि याद रखोगे। क्योंकि मुकदमा करना मेरा पेशा है। कुछ दिन तो पत्रकार महोदय चुप रहे पर जब पानी सर से ऊपर निकलने लगा तो पत्रकार ने थाने में प्रार्थना पत्र देते हुऐ पूरी घटना से थानेदार को अवगत कराया। साथ ही पत्रकार ने पुलिस को बताया कि यह फटीचर साहब कई लोगों पर फर्जी छेडछाड़ के मुकदमें पहले भी लिखवा चुके हैं। मामला अब पुलिस के पाले में है। अब देखना ये है कि पुलिस सच का साथ देती है या मियां फटीचर का।