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पार्षद के नाम से फर्जी शिकायत कर बीएमओ को फंसाने की साजिश नाकाम

छत्तीसगढ़ 26 अप्रैल 2017 (रवि अग्रवाल). अभी तक दो लोगों के आपसी मधुर संबंधों को बिगाड़ने या खराब करने के लिए तमाम तरह के प्रयासों व हथकंडों के बारे में सुना ही होगा लेकिन जिला रायगढ़ के धरमजयगढ़ में अज्ञात शरारती तत्वों ने एक पार्षद के नाम से बीएमओ के विरूद्ध शिकायत पत्र सूचना प्रारूप में बनाकर माननीय राज्यपाल को भेज दिया। हालांकि समय रहते मामला खुल गया और पार्षद और बीएमओ के मधुर संबंध बिगड़ने से बच गये।

तथाकथित ईर्ष्यालु लोग ईर्ष्या के कारण ऐसी घटिया करतूत कर गुजरते हैं। दरअसल ईर्ष्या कुरूप व घटिया मानसिकता या निकृष्ट विचारधारा के कारण पैदा हो जाती है। शंका, गलतफहमी और ईर्ष्या का कोई उचित कारण नहीं पाया जाता है और न ही इसकी पहचान आसानी से हो पाती है। अधिकांशतः आसपास या पड़ोस या परिचित या करीबी रिश्तेदार आदि में से ही ईर्ष्यालु पाया गया है। नगर पंचायत वार्ड क्रमांक-5 सिविल लाइंस की पार्षद डॉक्टर डॉक्टर अख्तरी खुर्शीद खान ने धरमजयगढ़ थाने में शिकायत दर्ज कराते हुए फर्जी शिकायत-पत्र के आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।

अज्ञात शरारती तत्वों द्वारा नगर पंचायत की पार्षद एवं मंडल उपाध्यक्ष भाजपा धरमजयगढ़ डॉक्टर अख्तरी खुर्शीद खान के नाम का प्रयोग करते हुए माननीय राज्यपाल को पत्र लिखकर बीएमओ डॉक्टर बी.एल. भगत के अनुपातहीन संपत्ति की जांच कराने की मांग की गई है। इस संबंध में डॉक्टर अख्तरी खुर्शीद खान को इस फर्जी पत्र की जानकारी तब हुई जब उनके पास छत्तीसगढ़ शासन की जन-शिकायत निवारण विभाग के सचिव को राज्यपाल द्वारा लिखा गया। जिसकी सूचना विभाग द्वारा डॉक्टर अख्तरी खुर्शीद खान को पत्र क्रमांक - 579/132/रास/ज.शि./17 रायपुर दिनांक 01/04/2017 के माध्यम से दी गई।

डॉक्टर अख्तरी खुर्शीद खान के पति चिकित्सा विभाग में पदस्थ हैं और उनके खंड चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर बी.एल. भगत से मधुर संबंध हैं। यही बात शायद शरारती तत्वों को रास नहीं आई और उन्होंने डॉक्टर खान तथा डॉक्टर अख्तरी खुर्शीद खान को बदनाम करने तथा डॉक्टर बी.एल. भगत से उनके संबंधों में दरार लाने के लिए इस तरह का घिनौना कार्य किया। इस बात की सूचना मिलते ही डॉक्टर अख्तरी खुर्शीद खान ने धरमजयगढ़ थाने में इस फर्जी पत्र की शिकायत करते हुए अपने द्वारा इस तरह की मौखिक या लिखित शिकायत ना करने की सूचना देते हुए ऐसे घिनौने कृत्य करने वाले व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग की है तथा ऐसे किसी भी फर्जी पत्र अथवा साजिश पर विश्वास न करने की अपील, अपने संबंधितों से की है।

पूर्व में ही किया गया था प्रयास - 
विदित हो कि इससे पूर्व भी इसी तरह की एक फर्जी शिकायत पत्र डॉक्टर खुर्शीद खान पूर्व पार्षद नगर पंचायत धरमजयगढ़ के नाम और पद का प्रयोग करते हुए राजस्व विभाग के लिपिक साय बाबू व वाल्टर लकड़ा तथा नगर के अनेक राजनेताओं के खिलाफ अवैध कब्जा को लेकर फर्जी शिकायत की गई थी। उस समय इस फर्जी-पत्र की शिकायत भी डॉक्टर खान द्वारा थाने में एवं जिलाधीश रायगढ़ से करते हुए फर्जी शिकायतकर्ताओं पर कार्यवाही की मांग की गई थी।

गंभीरता से न लेने के कारण दूसरी बार प्रयास - 
अगर पूर्व में ही इस फर्जी शिकायत-पत्र के अज्ञात शिकायत-कर्ताओं के विरूद्ध पुलिस गंभीरता पूर्वक जांच व छानबीन कर कार्यवाही की गई होती तो शायद इस तरह के निकृष्ट कृत्यों की पुनरावृत्ति नहीं होती परंतु पुलिस ने मात्र औपचारिक रूप से फर्जी शिकायत-पत्र की जानकारी पीड़ित द्वारा देते हुए शिकायत आवेदन पत्र दिया था परंतु पुलिस ने इस आवेदन को फाइलों में दबाकर भूल गई। निश्चित रूप से इसी कारणवश ही शरारती तत्वों ने दोबारा से ऐसी घटिया करतूत को अंजाम देने का साहस कर सके।