Breaking News

जोगी टेपकांड में शुरू हुआ पलटवार, आवाज़ पहचानने से सभी ने किया इंकार

छत्तीसगढ़ 12 जनवरी 2016 (छत्तीसगढ़ ब्‍यूरो). रायपुर। जोगी टेपकांड में अभी तक कई खुलासे होते रहें जिससे छत्तीसगढ़ की राजनीति में ऊथल पुथल मची हुई है। तो वहीं जोगी ने अपने बंगले पर सभी समर्थकों को बुलाकर शक्ति प्रदर्शन भी कर दिया। इसका क्या परिणाम आएगा यह तो आने वाले दिनों में स्पष्ट हो जाएगा। इसी सब ऊथल पुथल के बीच में फिरोज सिद्दीकी ने बयान जारी कर सभी को जानकारी दी कि टेपकांड में जिस आवाज़ को उनकी आवाज़ बताया जा रहा है, वह उनकी आवाज़ नहीं है।
जबकि इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, टेपकांड के खुलासे के शुरूआत में फिरोज सिद्दीकी ने टेप में खुद की आवाज़ होने की हामी भरी थी मगर रविवार 10 जनवरी 2016 को एकाएक सुबह 9 बजे के फिरोज सिद्दीकी अपने कथन से पलटी मारते हुए बयान दिया कि टेप में मेरी आवाज़ नहीं है और न ही मैंने टेप में खुद की आवाज़ होने की हामी भरी थी। यह सब राजनीति दांवपेंच है और किसी की प्रतिष्ठा व नाम खराब करने की साजिश रची गयी है जिसके तहत ही टेप जारी किया गया है। इस बयान के बाद जोगी चर्चित टेपकाण्ड में नया मोड़ आ गया है। तो वहीं फिरोज सिद्दीकी ने मुख्य सचिव को पत्र लिख कर भी जानकारी दी है -

- फिरोज ने मुख्य सचिव को बताया कि टेप में उसकी आवाज़ नहीं है ।
- अजीत जोगी, अमित जोगी, पुनीत गुप्ता की आवाज़ होने से इंकार किया।
- अमित जोगी और पुनीत गुप्ता के बीच मंतूराम पवार को लेकर कोई बातचीत होने से इंकार किया ।
- कहा कि कुछ नेता इस टेप को लेकर गंदी राजनीति कर रहे हैं, जिसका वो पुरजोर विरोध करता है।

इसका मतलब है कि -
- केवल आरोप लगाकर, उसे सनसनीखेज बनाकर अजीत जोगी और अमित जोगी को कांग्रेस से बाहर करने की साजिश रची गयी ?
- जब टेप में 6 लोगों में से 6 लोग कह रहे हैं कि इसमें उनकी आवाज़ नहीं है तो बिना जांच के क्यों जोगी को घसीटा गया?
- क्यों इतनी जल्दबाजी में अमित जोगी को निष्कासित किया गया और अजीत जोगी के निष्कासन की अनुशंसा की गयी?
- क्या कांग्रेस में जोगी विरोधी गुट और भाजपा में रमन विरोधी गुट ने इसे मिलकर अंजाम दिया ताकि एक तीर से तो बड़े निशाने लगाये जाएँ?
- बहरहाल परिणाम जो भी रहेगा मगर इतना तो तय हो चुका है कि टेपकांड में अभी और कुछ भी पलटवार जरूर होगा।
   
भूपेश ने मांगी सुरक्षा -
रविवार को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा कि उनकी जान को खतरा हो गया है इसीलिए सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। हालांकि राज्य सरकार ने आश्वासन दिया है पूरी सुरक्षा की। दरअसल जोगी टेपकांड के खुलासे के पश्चात कांग्रेस खेमे से प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल ने जोगी गुट पर धावा बोल दिया और तीन दिन पहले ही कांग्रेस भवन में हुई बैठक में निर्णय लेते हुए मरवाही के विधायक अमित जोगी को पार्टी से 6 वर्ष से निष्‍कासित करते हुए अजीत जोगी के निष्कासन की अनुशंसा की गई। मामले की पूरी रिपोर्ट हाईकमान तक पहुंचा दिया गया है अभी हाईकमान का निर्णय आना बाकी है। इसी बीच कई ऊठापटख हुई टेपकांड में। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस दो गुटों में बंट गई है। दोनों ही नेता एक ही पार्टी में रहते हुए भी एक दूसरे के धुर विरोधी गुट के प्रमुख हैं।