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छत्तीसगढ़ - आडियो टेप से खुला चुनावी लेन देन का खेल, भूपेश ने कहा आरोपियों को भेजा जाये जेल

छत्तीसगढ़ 30 दिसम्‍बर 2015 (रायपुर ब्‍यूरो). छत्तीसगढ़ में चुनाव के दौरान प्रत्याशियों पर लेन देन के हमेशा से आरोप लगते रहें हैं मगर पुष्टि बहुत ही कम मामलों में हो पाती है। ऐसा ही लेन देन का मामला छत्तीसगढ़ के अंतागढ़ विधानसभा उपचुनाव के दौरान का खुलासा इंडियन एक्सप्रेस ने किया है। अंतागढ़ विधानसभा उपचुनाव के दौरान एक प्रत्याशी का नाम वापस लेने को लेकर पैसों का लेन-देन हुआ, जिसका सच एक ऑडियो टेप से हुआ है।

आडियो टेप के हवाले से इंडियन एक्सप्रेस ने यह दावा किया गया है। 13 सितम्बर 2014 को छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के अंतागढ़ विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुआ था। इसमें कांग्रेस ने मंतूराम पवार को बीजेपी ने भोजराज नाग को अपना उम्मीदवार बनाया था। चुनाव जीते थे भोजराज नाग। कांग्रेस के मंतूराम पवार ने चुनाव के ठीक पहले अपना नाम वापस ले लिया था। बीजेपी इसके बाद आसानी से जीत गई। जिसके बाद कांग्रेस को यह सीट खाली छोड़नी पड़ी थी। जो बातचीत की रिकॉर्डिंग हुई वो इसी सीट को लेकर हुई थी। जिसमें कांग्रेस उम्मीदवार मंतूराम के हटने से बीजेपी को वाकओवर मिला था। इंडियन एक्सप्रेस से मिली जानकारी के मुताबिक, अजीत जोगी के बेटे अमित जोगी और रमन सिंह के दामाद पुनीत गुप्ता के बीच बातचीत हुई थी। इसके बाद ही अंतागढ़ से कांग्रेस के मंतूराम पवार ने अपना नाम वापस ले लिया था। इस मामले में पीसीसी अमित जोगी को नोटिस भेजने वाली है।
       
इस केस में कौन कौन से नाम आए हैं और उनकी भूमिका क्या थी
अजित जोगी और उनके अमित जोगी, रमन सिंह के दामाद पुनीत गुप्ता हैं। फिरोज सिद्दीकी, पूर्व जोगी समर्थक रमन सिंह के लिए काम कर रहा था।

मंतूराम पवार, कांग्रेस उम्मीदवार जो चुनाव से हटा
अमीन मेनन, जोगी समर्थक जो कांग्रेस उम्मीदवार मंतू को हटाने के लिए सौदेबाजी कर रहा था।अमीन मेनन औऱ फिरोज सिद्दीकी के बीच जो बातचीत हुई उसके मुताबिक पैसे मिलने में देरी हुई क्योंकि रमन सिंह की पत्नी बीमार थी। अमीन पैसे पर अड़ा और फिरोज बार बार पत्नी की बीमारी का हवाला देकर अमीन से इंतजार करने को कहा था।
     
क्या है ऑडियो टेप में 
- अजीत जोगी के बेटे अमित जोगी और रमन सिंह के दामाद पुनीत गुप्ता के अलावा मंतूराम पवार, जोगी के पूर्व भरोसेमंद फिरोज सिद्दीकी और अमीन मेमन के बीच बातचीत होने का दावा किया गया है।
- पिछले साल अगस्त-सितंबर के टेप में अमित ने पैसों के लेन-देन का जिक्र करते हुए कथित रूप से कहा- "हमें कम से कम सात तक तो करना ही पड़ेगा, वो दस मांग रहा है... हमें उसे नीचे लाना पड़ेगा... लेकिन एकदम से उसका इतना कम मत कर दो कि फिर वो भाग ही जाए...।"
- इसी तरह, गुप्ता की अजीत और अमित जोगी से बातचीत भी है। इसमें अमित ने सीएम रमन सिंह की पत्नी की तबीयत के बारे में पूछा था। रमन की पत्नी वीना इलाज के लिए अमेरिका गई थीं।
- टेप के मुताबिक, अमित ने वीना सिंह को 'आंटी' कहा। गुप्ता ने अमित को 'भैया' और अजीत जोगी को 'अंकल' कहा।
- अजीत जोगी ने गुप्ता को मामले को जल्द सुलझाने को कहा। अजीत ने भी पूछा कि 'सीएम साहब' कब लौट रहे हैं। गुप्ता ने कहा - 28-29 अगस्त तक।
- रमन 2 सितंबर को रायपुर लौटे थे।
   
ऐन वक्त पर कांग्रेस कैंडिडेट ने कैसे ले लिया था नाम वापस
- मंतूराम पवार अजीत जोगी के खास माने जाते थे।
- कांकेर की अंतागढ़ विधानसभा सीट एसटी के लिए रिजर्व थी। इसी सीट पर पवार कांग्रेस प्रत्याशी थे।
- अंतागढ़ से एमएलए रहे विक्रम उसेंडी सांसद बन गए थे।
- 13 सितंबर, 2014 को वोटिंग होनी थी।
- 29 अगस्त को पवार ने उपचुनाव से नाम वापस ले लिया।
- बीजेपी कैंडिडेट भोजराज नाग को वॉकओवर मिल गया।
      
किसने क्या दिया रिएक्शन
- अजीत जोगी ने कहा, ''ऑडियो टेप झूठा है। इस मामले में हम कानून का सहारा लेंगे। हम अखबार और खबर लिखने वाले रिपोर्टर के खिलाफ केस फाइल करेंगे।''
- अमित जोगी, अजीत जोगी और पुनीत गुप्ता ने उस ऑडियो टेप में उनकी आवाज होने से इंकार किया है।
- अमित जोगी ने कहा कि टेप फर्जी है। उन्होंने कहा कि मंतूराम की नाम वापसी में उनका कोई हाथ नहीं है।
- कथित ऑडियो टेप में फिरोज सिद्दीकी ने अपनी आवाज होना स्वीकार किया है।
- मंतूराम पवार ने कथित ऑडियो टेप को खुद और सीएम को बदनाम करने की साजिश बताया है।
-  पवार ने कहा, "पैसों के लिए नहीं, मैंने कांग्रेस के भीतर कलह और कार्यकर्ताओं की निष्क्रियता की वजह से अपना नाम वापस लिया था।"
     
रमन सिंह ने क्या कहा
सीएम डॉ. रमन सिंह ने कहा, ''मंतूराम पवार की नाम वापसी कांग्रेस का आंतरिक मामला था। इसमें भाजपा, सीएम हाउस या मेरे परिवार के किसी सदस्य की कोई भूमिका नहीं थी।'' उन्होंने सभी आरोपों को खारिज किया है।
        
कौन हैं मन्तूराम पवार
मंतूराम पवार ने नारायणपुर विधानसभा से 1990 में सीपीआई से चुनाव लड़ा था। इसके बाद 1993 से 2013 तक कांग्रेस की टिकट से पांच बार चुनाव लड़े, जिसमें से 1998 में ही वे चुनाव जीते थे। 2008 में परिसीमन के बाद अंतागढ़ विधानसभा अस्तित्व में आया। इस चुनाव में पवार केवल 191 वोट से पीछे रहे थे।
      
चुनाव के बाद क्या हुआ
- पवार और सिद्दीकी के बीच बातचीत हुई…
- पवार - सीएम साहब से दो बार सीधे बात हुई, मैंने कभी उनसे इस मसले पर बात नहीं की।
- पवार ने बाद में यह भी कहा - कुछ नहीं मिला भैया, कुछ नहीं मिला, छुटपुट।
   
टेप का खुलासा होने पर भूपेश की प्रतिक्रया -
कथित टेप काण्ड मामले में पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल ने बुधवार दोपहर प्रेस कांफ्रेंस लेकर कहा कि इस खुलासे ने हमारे शक को सच साबित कर दिया है। बघेल ने कहा कि उन्हें पहले से शक था कि प्रत्याशी को दबाव और लालच देकर बैठाया गया है। इस संबंध में उन्होंने कांकेर थाने और निर्वाचन आयोग में शिकायत कर जांच की मांग की थी।
       
अजीत जोगी को नोटिस
पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा कि टेप काण्ड मामले में अमित जोगी को नोटिस भेजकर सात दिनों के अंदर जवाब मांगा जाएगा। अजीत जोगी सीडब्लूसी के सदस्य हैं इसलिए पीसीसी उन पर सीधे कार्रवाई नहीं कर सकता। लेकिन उनसे भी मामले की जानकारी ली जाएगी और उनके द्वारा दी जानकारी हाईकमान को पीसीसी की सिफारिश के साथ भेजी जाएगी। बघेल ने राज्यपाल से मामले में स्वतः संज्ञान लेकर राज्य सरकार को बर्खास्त कर मामले की निष्पक्ष जांच करवाने की मांग की है।
          
क्या कहा पीसीसी अध्यक्ष ने
 - ऑडियो टेप ने हमारी शंका को सच साबित किया है।
 - पीएम नरेंद्र मोदी कहते हैं,'न खाऊंगा और न खाने दूंगा', लेकिन उन्हीं के मुख्यमंत्री काले धन का दुरुपयोग कर प्रजातंत्र को खरीद रहे हैं।
 - स्व संज्ञान लेकर राज्य सरकार को बर्खास्त करने की अनुशंसा करे राज्यपाल।
 - केंद्र सरकार सुप्रीम कोर्ट की देखरेख में एसआईटी का गठन कर जांच कराये।
 - अमित जोगी को 7 दिनों के भीतर इस पूरे मामले में सफाई देने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया जायेगा।
 - टेप जांच का विषय है। जिन जिन लोगों के बीच बात हुई है, उनमें से किसने लीक की किसने रिकॉर्डिंग की; ये जांच का विषय है।
 - अजीत जोगी से जानकारी लेकर केंद्रीय नेतृत्व को जानकारी दी जायेगी।
 - डॉ पुनीत गुप्ता सीएम के दामाद हैं। खबर है कि वो बाहर जा रहे हैं। जांच पूरी होने से पहले उन्हें बाहर जाने से रोका जाये।
 - पीसीसी की सिफारिश के साथ हाई कमान को रिपोर्ट सौंपी जाएगी।