गजेन्द्र की खुदकुशी के बाद मेरा भाषण देना गलत था - अरविंद केजरीवाल
नई दिल्ली 24 अप्रैल 2015. बुधवार को आम आदमी पार्टी की रैली में किसान की खुदकुशी पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आखिरकार चुप्पी तोड़ दी है। उन्होंने माना कि उन्हें भाषण नहीं देना चाहिए था और रैली रोक देनी चाहिए थी। घटना के दिन भाषण के दौरान दिल्ली पुलिस पर हमला बोलने वाले केजरीवाल का सुर उसके प्रति भी बदला हुआ था।
उन्होंने कहा कि पुलिस को भी दोष नहीं दिया जा सकता क्योंकि उन्हें भी इस तरह की घटना होने का अनुमान नहीं रहा होगा। हालांकि, उन्होंने एक बार फिर मीडिया पर निशाना साधा।
केजरीवाल ने कहा उन्हें स्टेज से कुछ भी पता नहीं चल पा रहा था कि हो क्या रहा है। बस इतना पता चल रहा था कि कोई हलचल हो रही है पेड़ पर। फिर वॉलनटिअर्स ने बताया कि कोई खुदकुशी करने की कोशिश कर रहा है। मगर कुछ साफ नहीं हो पाया। कैमरे वालों को दिख रहा होगा, क्योंकि कैमरे में जूम होता है।'
एक तरफ तो आम आदमी पार्टी दिल्ली पुलिस पर इस घटना का ठीकरा फोड़ रही है, मगर केजरीवाल का रुख एकदम उलट नजर आया। उन्होंने कहा, 'पुलिसवालों को भी नहीं पता था कि कोई शख्स ऐसा कर देगा। हमें किसी पर दोष नहीं डालना चाहिए। सारी पुलिस गलत नहीं है। 80-90 पर्सेंट के मन में दया होती है। किसी को पता चलता तो उसे उतार ही देता।'
केजरीवाल ने घटना पर दुख जताते हुए कहा, 'मानता हूं कि मुझे भाषण नहीं देना चाहिए था। मैंने कहा भी था कि मुझे ग्लानि महसूस हो रही है। अगर इससे किसी की संवेदना को ठेस पहुंची है , तो यह ठीक नहीं है। मैं माफी मांगता हूं। मैं रात को भी सो नहीं सका।'
उन्होंने कहा कि - पुलिस जांच कर रही है, मैजिस्ट्रेट जांच कर रहा है तो जांच पूरी होने दो। जो दोषी पाया जाता है उसे फांसी दे दो। लेकिन चर्चा का असल विषय यह है कि किसान आत्महत्या क्यों कर रहे हैं।
(IMNB)