'आप' की बैठक में चले लात-घूसे, बाउंसरों ने की पिटाई
नई दिल्ली। आप की राष्ट्रीय कार्यकारणी से योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण को बाहर कर दिया गया है। प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव ने आरोप लगाया है कि अंदर उन लोगों पर लात- घूसे चले और बाउंसरों से पिटाई कराई गई। अंदर गुडई का नंगा नाच किया गया। हम लोगों की कोई बात नहीं सुनी गई।
आप राष्ट्रीय परिषद की बैठक आज इन नेताओं पर फैसले के लिए बुलाई गई थी। प्रोफेसर आनंद कुमार और अजीत झा को भी राष्ट्रीय कार्यकारणी से निकाल दिया गया है। बैठक की अध्यक्षता गोपाल राय ने की। इससे पहले आम आदमी पार्टी में आज अनुशासन और परदर्शिता उस समय तार-तार हो गई, जब बैठक स्थल पर योगेंद्र यादव के साथ आप के कार्यकर्ताओं ने धक्का-मुक्की व गाली गलौच की और उनके विरोध में नारे लगाए।
केजरीवाल ने बैठक में लगभग 40 मिनट तक भाषण दिया। भाषण के बीच ही नारेबाजी शुरू हो गई। योगेंद्र यादव व प्रशांत भूषण का आरोप है कि मीटिंग के दौरान लोकतंत्र की हत्या कर दी गई। गुंडई का नंगा नाच देखने को मिला। हमें अपनी बात तक नहीं रखने दी गई।
योगेंद्र यादव के साथ आए लोगों को मीटिंग में जाने से रोक दिया गया इसके विरोध में यादव बैठक स्थल के बाहर कुछ देर धरने पर भी बैठे। गौरतलब है कि पारदर्शिता और अनुशासन आप का सबसे बड़ा नारा है। उधर, घटनाक्रम पर योगेंद्र यादव वे कहा कि उन्होंने एेसे बुरे दिन के बारे में सोचा भी नहीं था। बताया गया है कि स्थित काफी तनावपूर्ण है।
योगेंद्र यादव ने कहा कि उनके समर्थकों को मिटिंग में भाग लेने के लिए जरूरी वैध दस्तावेज होने के बाद भी अंदर जाने नहीं दिया गया। बाद में योगेंद्र मीटिंग में भाग लेने के लिए अंदर चले गए। उन्होंने कहा कि अंदर जाकर अपनी बात रखूंगा। बैठक से पहले योगेंद्र यादव ने कहा कि आज बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है। आज इस बात का फैसला होना है कि जिस मकसद से इस पार्टी का गठन हुआ था उसका क्या भविष्य है।
योगेंद्र यादव ने कहा कि उन्हें पार्टी के हजारों कार्यकर्ताओं का सुझाव मिल रहा है, हमें पूरा विश्वास है कि उनका सुझाव और उनकी शुभकामनाएं बेकार नहीं जाएंगी। इसके साथ ही योगेंद्र यादव ने कहा कि सभी साथियों, समर्थकों और शुभचिंतकों से अनुरोध है कि अगर आप पार्टी की आत्मा व एकता को बनाए रखना चाहते हैं तो घर बैठकर प्रार्थना करें। राष्ट्रीय परिषद की बैठक स्थल के बाहर किसी शक्ति परीक्षण या तू-तू मैं- मैं का हिस्सा न बनें।
उधर, आप के संजय सिंह ने इस विवाद पर कहा कि हमने उनकी सभी बातें मान ली हैं। हमने विवाद को सुलझाने का हर संभव प्रयास किया। उन्होंने कहा कि हालात को देखते हुए वह आप में टूट की संभावना से इन्कार नहीं करते। सूत्रों के मुताबिक आप ने एडमिरल रामदास को इस बैठक में शामिल नहीं होने का अनुरोध किया गया था।
आप के ही नवीन जयहिंद ने योगेंद्र यादव और प्रषांत भूषण को कांग्रेस का एजेंट करार दिया है। उन्होंने कहा कि हम नहीं चाहते हैं कि ये लोग पार्टी में रहें।
(IMNB)