मोदी, सिरीसेना ने असैन्य परमाणु सहयोग सहित कई सामरिक विषयों पर की चर्चा
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत की यात्रा पर आए श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रिपाला सिरीसेना के बीच आज हुई बातचीत में दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय असैन्य परमाणु सहयोग सहित कई प्रमुख सामरिक विषयों पर चर्चा की। राष्ट्रपति का पद संभालने के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा के रूप में सिरीसेना चार दिवसीय भारत यात्रा पर कल यहां आए हैं।
उन्होंने आर्थिक संबंधों को और मजबूत करने के बारे में भी प्रधानमंत्री से व्यापक चर्चा की।
मोदी और सिरीसेना के यहां हैदराबाद हाउस में मिलने पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरूद्दीन ने बताया कि भारत-श्रीलंका के नेताओं ने चर्चा के दौरान दोनों देशों के आर्थिक संबंधों को और मजबूत बनाने पर बात की। दोनों नेताओं ने चार समझौतों पर चर्चा की। मोदी और सिरीसेना ने जिन चार समझौतों पर विचार विमर्श किया उनमें असैन्य परमाणु सहयोग, संस्कति और कृषि क्षेत्र शामिल हैं।
प्रधानमंत्री द्वारा पड़ोसी देश के मेहमान के सम्मान में आयोजित भोज बैठक के दौरान श्रीलंका में शांति और मेल-मिलाप प्रक्रिया के मुद्दे पर भी चर्चा हुई। इससे पहले, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सिरीसेना से भेंट की। कोलंबो में राष्ट्रपति के सलाहकार के अनुसार इस साल 9 जनवरी को राष्ट्रपति चुनाव में महिंदा राजपक्षे के 10 साल के शासन को उखाड़ फेंकने वाले 63 वर्षीय सिरीसेना भारत-श्रीलंका रिश्तों की नई शुरुआत की इच्छा रखते हैं।
भारत उम्मीद कर रहा है कि नयी श्रीलंका सरकार अपने देश को वास्तविक और प्रभावकारी मेल-मिलाप की बुनियाद पर आगे बढ़ाते हुए सभी वर्गों में सौहार्द पैदा करेगी। श्रीलंका के संविधान में 13वें संशोधन को लागू करने के लिए भी भारत दबाव दे रहा है।
(IMNB)