नशीली चाय पिलाकर लूट लिये 2 करोड़
मुंबई । पूरे फिल्मी अंदाज में सिक्यॉरिटी
एजेंसी के एक कर्मचारी ने कैश वैन के अपने तीन साथियों को चाय पिलाई और दो
करोड़ रूपये लूट कर फरार हो गया । विले पार्ले में हुई इस घटना को अंजाम देने
वाले शख्स का नाम सदरे आलम बताया जा रहा है, जिसने महज डेढ़ महीने पहले ही
कंपनी जॉइन की थी।
जानकारी के मुताबिक, आलम एटीएम लोडर वैन में कैशियर था
और उसके साथ एक हथियारबंद गार्ड, एक कैश लोडर और ड्राइवर भी मौजूद था। लूट
का केस दर्ज करने के बाद पुलिस ने कंपनी से आलम के बारे में सारी जानकारी
हासिल करके उसकी खोज शुरू दी। शनिवार सुबह पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार
भी कर लिया। वारदात शुक्रवार दोपहर की है, जब
आलम ने अपने तीनों साथियों के साथ लोअर परेल स्थित अपने ऑफिस से वैन में
कैश भरा और आस-पास के इलाकों के एटीएम में पैसे डालने निकल पड़ा। वैन ऑफिस
से कुछ दूर ही निकली थी कि आलम ने अपने साथियों से चाय पीने को कहा। वैन एक
टी स्टॉल के पास रुकी और आलम ने चाय ऑर्डर की। चाय बन ही रही थी, तभी आलम
ने अपने साथियों से कहा कि पास ही उसका कोई परिचित उसका इंतजार कर रहा है
और उसे कुछ पैसे लेने हैं। निकलने से पहले आलम ने अपने तीनों साथियों को
चाय पकड़ा दी। आलम ने चाय में कुछ नशीली चीज मिला दी थी। आलम लौटा तो
ड्राइवर ने वैन स्टार्ट की। जल्द ही गार्ड और लोडर बेहोश हो गए, लेकिन
ड्राइवर को कुछ नहीं हुआ।ड्राइवर ने सुनाई पूरी वारदात गाड़ी मिलान
सबवे फ्लाईओवर के करीब पहुंची तो मारुति जेन में सवार तीन लोगों ने वैन पर
धावा बोलकर ड्राइवर को जख्मी कर दिया। आलम ने वैन का कैश एक बैग में भरा और
कार में आए साथियों के साथ फरार हो गया। ड्राइवर का दावा है कि उसने
जोगेश्वरी तक कार का पीछा किया, लेकिन वहां लुटेरे चकमा देकर गायब हो गए।
इसके बाद तुरंत ही उसने अपने ऑफिस को यह खबर दी और विले पार्ले थाने में
शिकायत दर्ज कराई। ड्राइवर का कहना है कि मारुति जेन की नंबर प्लेट छिपा दी
गई थी, जिसके चलते वह नंबर नहीं नोट कर पाया। उसने यह भी बताया कि चाय के
नशीले पदार्थ का उसर उसपर शायद इसलिए नहीं हुआ क्योंकि उसने चाय पीने के
तुरंत बाद चॉकलेट खा ली थी। हालांकि, शाम को ड्राइवर को भी तकलीफ महसूस
हुई और उसे अन्य दो साथियों के साथ एक अस्पताल में भर्ती किया गया। पुलिस
को यह भी पता चला था कि आलम ने नेपाल की एक महिला के साथ निकाह किया था और
कुर्ला में किसी परिजन के घर पर रह रहा था। हालांकि नौकरी मिलने के बाद
उसने मकान बदल दिया था।