नौकरानी की गलती पर तोड़ी हैवानियत की हदें
बहराइच। उत्तर प्रदेश एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. बहराइच के
अध्यापक दंपति ने 12 साल की नौकरानी को बच्चा नहीं संभाल पाने पर तमाम
शारीरिक यातनाएं दीं. इस दंपति ने हैवानियत की सारी हदें पार कर दीं ।
पहले तो 12 साल की बच्ची को कई दिनों तक खाने के लिए कुछ नहीं दिया और फिर उसे मोमबत्ती से दागा. इतना ही नहीं दोनों ने मिलकर बच्ची की जमकर पिटाई भी की. गलती करने पर बच्ची से चप्पलें चटवाई. इस बच्ची को ये अध्यापक दंपति वाराणसी से लेकर आए थे.पांच महीने की यातनाओं के बाद जब बच्ची के मां बाप को इसकी जानकारी मिली तो वे इसे वापस लेकर आ गए. बच्ची को दीनदयाल अस्पताल में भर्ती कराया गया है और पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और एसएसपी ने जांच के आदेश भी दे दिए हैं. बच्ची के पिता कोटवा के रहने वाले हैं उन्होंने कहा कि वो इस मामले में शिकायत दर्ज कराने के लिए तैयार नहीं हैं. उन्होंने कहा, 'मेरे पास खाने और इलाज कराने को पैसा नहीं है, केस कैसे लड़ूंगा.'पुलिस भी यह केस रफा दफा करना चाहती थी यह कहकर कि जब तक बच्ची के घरवाले केस दर्ज नहीं कराएंगे कोई कार्रवाई नहीं होगी, लेकिन एसएसपी जोगेंदर कुमार ने इस मामले में जांच के आदेश दिए और सर्किल ऑफिसर को बच्ची का स्टेटमेंट दर्ज करने के लिए कहा.
पहले तो 12 साल की बच्ची को कई दिनों तक खाने के लिए कुछ नहीं दिया और फिर उसे मोमबत्ती से दागा. इतना ही नहीं दोनों ने मिलकर बच्ची की जमकर पिटाई भी की. गलती करने पर बच्ची से चप्पलें चटवाई. इस बच्ची को ये अध्यापक दंपति वाराणसी से लेकर आए थे.पांच महीने की यातनाओं के बाद जब बच्ची के मां बाप को इसकी जानकारी मिली तो वे इसे वापस लेकर आ गए. बच्ची को दीनदयाल अस्पताल में भर्ती कराया गया है और पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और एसएसपी ने जांच के आदेश भी दे दिए हैं. बच्ची के पिता कोटवा के रहने वाले हैं उन्होंने कहा कि वो इस मामले में शिकायत दर्ज कराने के लिए तैयार नहीं हैं. उन्होंने कहा, 'मेरे पास खाने और इलाज कराने को पैसा नहीं है, केस कैसे लड़ूंगा.'पुलिस भी यह केस रफा दफा करना चाहती थी यह कहकर कि जब तक बच्ची के घरवाले केस दर्ज नहीं कराएंगे कोई कार्रवाई नहीं होगी, लेकिन एसएसपी जोगेंदर कुमार ने इस मामले में जांच के आदेश दिए और सर्किल ऑफिसर को बच्ची का स्टेटमेंट दर्ज करने के लिए कहा.