संघ कराएगा शिवसेना-बीजेपी में दोस्ती
मुंबई। शिवसेना और बीजेपी के बीच बढ़ती दूरियों
को कम कराने की जिम्मेदारी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने ले ली है। खबर है
कि संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत खुद दोनों पार्टियों के बीच मेल-मिलाप के
लिए प्रयत्नशील है।
सूत्रों का कहना है कि मोहन भागवत और उद्धव ठाकरे के
बीच इस संदर्भ में फोन पर चर्चा भी हुई है, लेकिन दोनों ही पक्षों ने अब तक
न तो इस 'फोन वार्ता' की खबर का समर्थन किया है और न ही खंडन किया है।
उद्धव और भागवत के बीच मुलाकात की भी खबरें हैं, लेकिन जब हमने इस
बारे में पूछताछ की तो पता चला कि सरसंघचालक मोहन भागवत फिलहाल दिल्ली और
बेंगलुरू के दौरे पर हैं। एनसीपी के समर्थन से सरकार चलाने के बीजेपी के फैसले को न तो बीजेपी का आम
कार्यकर्ता पचा पा रहा है और न संघ। इस बात को लेकर बीजेपी में एक बड़ा
वर्ग नाराज है। बीजेपी के नाराज वर्ग ने अपने स्तर पर संघ के नेताओं से इस
मामले में दखल देने और बीजेपी को एनसीपी से दूर रखने की गुहार लगाई है।
वहीं संघ के स्वयंसेवकों का फीडबैक भी यही है कि एनसीपी से दूर रहा जाए।
दूसरी तरफ शिवसेना के भी ज्यादातर विधायक भी बीजेपी के साथ फिर से जुड़ना
चाहते हैं। सूत्रों के मुताबिक इसी के बाद मोहन भागवत की तरफ से
बीजेपी नेतृत्व को यह संदेश गया है कि एनसीपी के बल पर सरकार चलाने के बजाए
शिवसेना के साथ फिर से गठबंधन की कोशिश की जाए। सूत्रों का तो यहां तक
कहना है कि भागवत ने इस बारे में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से सीधे बात की है।