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मोटापे का कारण है हाइपोथॉयराइडिज्म

नयी दिल्ली। महिलाओं में थॉयराइड एक आम बीमारी बनती जा रही है। हालांकि पुरुषों में भी ये बीमारी होती है, लेकिन ज्यादातर महिलाएं ही इससे पीड़ित होती हैं। अगर आंकड़ों की भाषा में बात करें तो थॉयराइड के हर 100 रोगियों में 80 महिलाएं होती हैं।
वैसे तो थॉयराइड तीन तरह के होते हैं, लेकिन इनमें भी सबसे आम है हाइपोथॉयराइडिज्म है इसका पता ब्लड टेस्ट के बाद ही चलता है, पर लक्षण इस बीमारी का संकेत दे देते हैं। हाइपोथॉयराइडिज्म से पीड़ित व्यक्ति अकसर कब्ज की बीमारी से ग्रसित रहता है। शरीर में थॉयराइड हार्मोन सामान्य से कम बनता है। इससे कई तरह की बीमारियां पैदा हो जाती हैं। कुछ अपवादों को छोड़ दिया जाये, तो थॉयराइड के रोगी को जिंदगी भर दवा लेनी होती है। थॉयराइड हमारी गर्दन के सामनेवाले हिस्से में एक ग्रंथि होती है, जिसे थॉयराइड कहते हैं। इससे एक हार्मोन निकलता है, जिसे थॉयराइड हार्मोन कहते हैं।इस हार्मोन से हमारे शरीर के अंगों की क्रियाएं नियंत्रित होती हैं। जब आपको लगता है कि आप थोड़ा-सा काम करते ही ज्यादा थकान महसूस करने लगे है या आपका वजन अचानक बढ़ने लगा है। शरीर के अंगों में मंदा-मंदा सा दर्द रहने लगा है, त्वचा और बालों में रूखापन भी दिखने लगा है या आप छोटी-छोटी बातों से अक्सर तनाव और अवसाद में घिर जाती हैं, तो समझिये कि आप हाइपोथॉयराइडिज्म की शिकार हैं।