रेप रोक नहीं सकते तो ‘इंज्वॉय’ कीजिये: रंजीत सिन्हा
नई दिल्ली। सीबीआई
डायरेक्टर रंजीत सिन्हा खेलों में सट्टेबाजी को कानूनी रूप देने की पैरवी
करते हुए एक बेतुका बयान देकर विवादों में फंस गए हैं। उन्होंने सट्टेबाजी
की तुलना रेप से करते हुए अपनी बात समझाने के लिए एक अजीबोगरीब उदाहरण दे
डाला।
सिन्हा के इस बयान की चौतरफा निंदा हो रही है। महिला संगठनों ने उनकी
जमकर आलोचना करते हुए पद से हटाने की मांग की है। सिन्हा ने सट्टेबाजी की तुलना रेप से की और कहा कि रेप पर रोक नहीं लगा
सकते तो इसे ‘इंज्वॉय’ करते हैं। सिन्हा के इस बयान की चारो तरफ आलोचना
हुई।सिन्हा के इस बयान की कई जानी-मानी हस्तियों ने आलोचना की। पूर्व आईपीएस
अधिकारी किरन बेदी ने कहा कि रंजीत सिन्हा का यह बयान किसी भी तरह स्वीकार
करने योग्य नहीं है। उन्होंने हैरानी जताई कि इतने बड़े पद पर आसीन व्यक्ति
इस तरह का बयान कैसे दे सकता है।
जबकि सामाजिक कार्यकर्ता कविता कृष्णन ने कहा कि रंजीत सिन्हा को इस बयान
के लिए सजा मिलनी चाहिए। कविता ने कहा कि देश की शीर्ष जांच एजेंसी का
अधिकारी रेप को यदि इस तरह से हल्के ढंग से लेगा तो वह किस संवेदनशीलता के
साथ मामले की जांच करेगा। कविता ने कहा कि इस बयान के लिए सीबीआई निदेशक पर
कार्रवाई होनी चाहिए। भाजपा की स्मृति ईरानी ने भी रंजीत सिन्हा के इस
बयान की आलोचना की। सीबीआई डायरेक्टर का यह
विवादित बयान नई दिल्ली में सीबीआई की गोल्डन जुबली सिलेब्रेशन के
सवाल-जवाब सेशन के दौरान आया। आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग और करीब 66 हजार
करोड़ रुपये की सट्टेबाजी पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में सिन्हा ने कहा,
'यदि राज्यों में लॉटरी चल सकती है, यदि हमारे हॉलिडे रिजॉर्ट में कसीनो हो
सकते हैं, यदि सरकार काला धन के स्वैच्छिक खुलासे की योजना की घोषणा कर
सकती है, तो सट्टेबाजी को कानूनी रूप देने में क्या नुकसान है? क्या आपके
पास इस प्रतिबंध को लागू करने के लिए एजेंसी है? नहीं ना? यह कहना उसी
प्रकार है कि अगर आप रेप को नहीं रोक सकते हैं, तो इसका आनंद लीजिए।