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तेल चोरी का खेल (2) - पनकी में खुलेआम बिक रहा है चोरी का पैट्रोल

कानपुर 07 Dec 2018. दिनों दिन बढते पैट्रोल के दामों के कारण इन दिनों पैट्रोल सोने से ज्यादा कीमती होता जा रहा है पैट्रोल की बढती कीमतों से जनता परेशान है, वहीं दूसरी तरफ कुछ धन लोलुप अधिकारियों की मिली भगत से पनकी थाना क्षेत्र में स्थित इण्डियन आयल की नाक के नीचे इण्डियन आयल से ही चुराया हुआ पैट्रोल खुले आम बिक रहा है और क्षेत्रीय पुलिस आँखे मूँदे बैठी है।


घटनाक्रम कुछ यूँ है कि कालपी रोड पर स्थित इण्डियन आयल डिपो से कुछ खास टैंकर निकल कर मात्र 1/2 कि0मी0 की दूरी पर शाहपुर में स्थित एक समानान्तर तेल वितरक और माफिया के तेल बाड़े पर रुक कर तेल खाली करते हैं और उसके पश्चात चोरी करे तेल की माप पूरी करने हेतु टैंकर को अंधाधुंध भगाते हैं ताकि‍ तेल में झाग उठे और नाप पूरी हो जाये, यह पूरी प्रक्रिया वर्षो से निर्विरोध जारी है। आरोपों के अनुसार एैसा नहीं है कि पनकी पुलिस और इण्डियन आयल के सम्बन्धित अधिकारियों को इस प्रकरण की जानकारी नहीं है, परन्तु तेल माफिया सब को नियत समय पर हिस्सा पहुँचाते रहते हैं इस कारण सभी जिम्‍मेदार अधिकारी चुपचाप बैठे तमाशा देख रहे हैं।

तेल की इस खुलेआम हो रही चोरी से क्षेत्रीय जनता काफी त्रस्त है, क्योंकि एक तरफ तो टैंकरों के रिहायशी क्षेत्र में निरंतर आवागमन से क्षेत्र की सडकें और पुलिया बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं, वहीं दूसरी तरफ तेल माफिया के ठिकाने में बने अण्डरग्राउण्ड तेल भण्डारों की उचित सुरक्षा व्यवस्था न होने से कभी भी किसी भारी दुर्घटना के होने का खतरा बना रहता है। परन्तु इस तेल माफिया के आतंक और क्षेत्रीय पुलिस की निष्क्रीयता के चलते जनता चुप रहने को मजबूर है।



तेल माफिया के शाहपुर स्थित ठिकाने से खुलेआम तेल की थोक व फुटकर बिक्री निरन्तर जारी है, यहाँ पर पैट्रोल पम्पों से कुछ कम दामों पर तेल बिक्री के लिये सदैव उपलब्ध है। यहाँ से तेल भराने वाले कुछ लोगों का कहना है कि तेल में भारी मात्रा में मिलावट रहती है और लगातार तेल भराने पर उनकी गाडी का इन्जन सीज हो गया, परन्तु फिर भी थोडे पैसे बचाने के लालच में लोग यहाँ से तेल खरीदते हैं। प्रशासन की हीलाहवाली और गैर जिम्मेदाराना व्यवस्था का इससे बडा सबूत और क्या होगा कि थाना पनकी के ठीक सामने की सड़क पर स्थित तेल बाडे में दर्जनों टैंकर रोज तेल उतारते हैं और इस सम्बन्ध में बात करने पर थाना पुलिस ने एैसे किसी रैकेट के बारे में अनभिज्ञता जताई और रिपोर्ट प्राप्त होने पर जांच करेगें कह कर मामले को टाल दिया, वहीं थाने के कुछ असंतुष्ट सूत्रों ने बताया कि सबकी मुठ्ठी गर्म है और इसी कारण आँख कान बन्द हैं। ऐसा अवैध तेल भण्डार किसी भी दिन जरा सी असावधानी के चलते भीषण दुर्घटना का कारक हो सकता है, पास ही इण्डियन आयल डिपो है और क्षेत्र में घनी आबादी है अतैव भारी जान माल का खतरा निरन्तर बना हुआ है।