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छत्तीसगढ़ - चिरमिरी पुलिस को मिली कामयाबी, 2 आरोपी सहित 4 मोटर साईकल बरामद

छत्तीसगढ़ 22 जुलाई 2016 (अरमान हथगेन). जिला कोरिया (बैकुंठपुर) के चिरमिरी में पुलिस को एक बड़ी कामयाबी मिली है, पुलिस ने बाईक चोरों के गिरोह का पर्दाफाश किया जिनका लिंक उड़ीसा के बाईक चोरों से भी है और ये बाईक चोर यहां से मोटरसाइकिल चोरी कर दूसरे राज्यों में खपा रहे थे। चोरों ने कई दोपहिया वाहनों की चोरी कर अन्य राज्यों में बेचने की बात कबूल की है.

प्राप्त जानकारी के अनुसार, प्रार्थी दीनदयाल चौरसिया निवासी हल्दीबाड़ी चिरमिरी, कोरिया (छ.ग.) ने 19 जुलाई को चिरमिरी थाना में रिपोर्ट लिखवाई कि स्टेट बैंक हल्दीबाड़ी के सामने से हीरो पैशन प्रो, गाड़ी क्रमांक सी.जी. 16-9259 चोरी हो गई। जिस पर चिरमिरी थाना में अपराध क्रमांक 244/16 धारा 379 भ.द.वि. पंजीबद्ध कर अज्ञात चोर की विवेचना में पुलिस जुटी। मुखबिर से सूचना मिलने पर चिरमिरी पुलिस ने जाल बिछाकर दोनों आरोपियों को पकड़ने में सफल हुई। दो आरोपी क्रमशः जानू कुमार पनिका और फिलिंस उरांव निवासी भैंसा दफाई, हल्दीबाड़ी, चिरमिरी, जिला कोरिया (छ.ग.) के निवासी हैं। कड़ाई से पूछताछ करने पर दोनों आरोपियों द्वारा स्वीकार किया कि हीरो पैशन प्रो गाड़ी क्रमांक सी.जी. 16-9259 को स्टेट बैंक के सामने से चोरी करना बताया। इसके अलावा उन्होनें एक यामहा एफ जेड मोटरसाईकल जो बिना नंम्बर के है इसी साल कोतमा से चोरी कर लाया गया था कबूल किया और एक बजाज कावासाकी कैलीबर गाड़ी नंबर सी.जी. 16-6775 को चिरमिरी से चोरी करना स्वीकार किया।

मेमोरंडम के आधार पर जानू कुमार से चोरी की मोटरसाईकल जो लाल रंग की हीरो पैशन प्रो एवं चोरी की घटना में प्रयुक्त पल्सर मोटर साईकल गाड़ी क्रमांक सी.जी.16 सी.ए. 9324 व दूसरा आरोपी फिलिंस से चोरी का दो नग नम्बर प्लेट सी.जी.16 सी.बी. 9259 एवं मोटरसाईकल का शीशा, एक पुरानी बंद हालत में बिना नंबर की यामहा एफजेड मोटरसाईकल और कावासाकी कैलीबर मोटर साईकल गाडी क्रमांक सी.जी.16/6775 को जप्त किया गया। मोटरसाईकल चोरों से पूछताछ में दोनों आरोपियों ने दोपहिया वाहनों की चोरी कर अन्य राज्यों में बेचने की बात कबूल किया, साथ ही उड़ीसा राज्य के मोटरसाईकल चोरी करने वाले गिरोह से भी इनके संबंध है, जिसके कारण बड़ी आसानी से चोरी की मोटरसाइकिलों को खपा दिया जाता। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी शिवेन्द्र राजपूत, स0उ0नि0 लवांग सिंह, स0उ0नि0 अमर जायसवाल, आरक्षक प्रिंस राय व विनोद तिवारी, विमल जायसवाल का सराहनीय योगदान रहा।