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शाहजहाँपुर - अनियमित्‍ता के आरोपी गैस डिस्ट्रीब्यूटर की मुश्किलें बढीं

अल्हागंज 8 अप्रैल 2016 (अमित बाजपेई). मंगलवार की रात भारत गैस एजेन्सी के डिस्ट्रीव्यूटर के खास कारिन्दे के द्वारा गैस एजेन्सी के विरूद्ध शिकायत करने वाले पाँच शिकायतकर्ताओं के विरुद्ध गोली मारने की झूठी शिकायत करने को लेकर नगर में असंतोष फैल गया है। नामजद कराये गये पाँचों लोगो को निर्दोष साबित करने के लिए जहां दर्जनों लोग गवाही देने को तैयार है वहीं नगर पंचायत बोर्ड के सभी सभासदों ने नामजद सभासद दुर्गेश सक्सेना के पक्ष में पुलिस को चेतावनी भी  दे दी है।
प्राप्त हुई जानकारी के अनुसार गैस एजेन्सी डिस्ट्रीव्यूटर के द्वारा सभी शिकायतकर्ताओं को धमकाने, समझौता करने के साथ-साथ धारा 307 के तहत अभियुक्त बनवाने के अब तक किये गये सभी प्रयास विफल हो गये हैं। चूंकि मामला दलित से सम्बन्धित है और इसकी जाँच सीओ जलालाबाद को करनी थी पर सीओ महोदय घटना के चौथे दिन सांय साढ़े चार बजे तक नहीं आये। इसी प्रकार गैस एजेन्सी की डीएम द्वारा जाँच करने के आदेश देने के बाद भी अभी तक एसडीएम जलालाबाद भी यहाँ नहीं आई हैं।

प्रतीत होता है कि चारों शिकायतकर्ताओं को फंसाने तथा गैस डिस्ट्रीव्यूटर को बचाने के लिए साम, दाम, दण्ड, भेद सभी का पूरा इस्तेमाल किया जा रहा है। नगर पंचायत चेयरमेन चन्द्रेश गुप्ता के आवास पर बुलाई गई आपात बैठक में मौजूद सभासद राजेश कुमार, श्रीपाल, सीमा देवी ,रहीस खां दिनेश गुप्ता, वाजिद अली, सरला देवी राठौर, विनीता देवी, शकील खाँ आदि ने संयुक्त बयान जारी कर कहा है कि एसपी गैस एजेन्सी के मालिक सूरजपाल ने साजिश के तहत गैस की कालाबाजारी एंव अवैध वसूली की शिकायत पेट्रोलियम मंत्रालय तक करने वाले सभासद दुर्गेश सक्सेना को धारा 307 के तहत फंसाने के उद्देश्य से अपने वाहन चालक वीरेन्द्र के द्वारा पुलिस को झूठी शिकायत करवाई जिसमें वीरेन्द्र के साथी सुनील को गोली मारने का हवाला दिया गया था। ये पूर्णतया फर्जी है। जिसकी नगर पंचायत बोर्ड कडे शब्दों में भर्त्सना करता है। साथ ही चेतावनी दी गई कि अगर पुलिस ने फर्जी घटना में 307 का मुकदमा कायम किया तो नगर पंचायत मजबूरन कडे निर्णय लेने को बाध्‍य होगी ।

वहीं दूसरी तरफ़ सभासद दुर्गेश सक्सेना के वार्ड अधुई के वासिन्दे रिंकू सक्सेना, मनीशा देवी, माया देवी रामसनेही, बिनीत, रामनिवास यादव, गंगाराम, गिरीश चन्द्र, धर्मेन्द्र, सियाराम, गिरन्द्र यादव सहित तमाम लोगों ने जारी संयुक्त बयान में कहा है कि नगर एंव वार्ड के विकास को लेकर अक्सर प्रदीप आर्या के चौक पर आठ बजे से ग्यारह बजे तक बिजली के आने तक विचार विमर्श होता रहता है। घटना वाले दिन मंगलवार की रात ग्यारह बजे तक सभी लोग विचार विमर्श करते रहे थे जिसमें सभासद दुर्गेश सक्सेना मौजूद थे, पुलिस झूठी घटना को दर्ज करने से बाज आये।

सूत्रों का कहना है कि घटना वाली रात को रिपोर्ट लिखाने वाले वीरेन्द्र तथा उसके साथी सुनील ने बाईपास मार्क पर एक ढाबे पर खाना खाया था और शराब भी पी थी और दस बजे रात को वहां से चले गये थे ।इस बारे में ढाबे मालिक ने अपना बयान भी  पुलिस को दर्ज करा दिया है। एसओ धर्मेन्द्र सिंह का कहना है कि घायल सुनील के कपडों को बरामद कर लिया गया है। कपडों को देखते हुए घटना  प्रमाणित नहीं हो पा रही है।