मुंबई हमले को लेकर पाकिस्तान को सौंपे थे पुख्ता सबूत - अमेरिका
वॉशिंगटन। अमेरिका का कहना है कि उसने 2008 में हुई मुंबई हमले के मामले में लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर जकी-उर-रहमान लखवी के खिलाफ पाकिस्तान को कई 'विश्वसनीय' सबूत सौंपे हैं। गौरतलब है कि मुंबई हमले के सिलसिले में अमेरिका की कई सिक्यॉरिटी और इंटेलिजेंस एजेंसियों ने यह सबूत जुटाए थे।
अमेरिका के एक सीनियर अधिकारी का कहना है कि अमेरिका ने लखवी पर पाकिस्तान को कई पुख्ता सबूत सौंपे थे । ये सबूत क्या थे, इसके बारे में बताने से इनकार करते हुए अधिकारी ने कहा कि अभी यह मामला चल रहा है, इसलिए इस बारे में कुछ बताना ठीक नहीं है। मुंबई हमले को लेकर अमेरिका ने जो जानकारी पाकिस्तान के साथ शेयर की है, वह डेविड हेडली से हुई पूछताछ के आधार पर जुटाई गई है। हेडली अभी इस हमले में शामिल में भूमिका होने की वजह से अमेरिकी जेल में बंद है और सजा काट रहा है।
इससे पहले अमेरिका ने कहा था कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्तान सहयोग करता रहा है और उम्मीद है कि वह इन हमलों की अपराधियों को भी सजा दिलाएगा। अमेरिका के स्टेट डिपार्टमेंट के प्रवक्ता जेन साकी ने कहा था, 'पाकिस्तान सरकार ने मुंबई आतंकी हमले की साजिश रचने वालों, पैसा देने वालों और प्रोत्साहित करने वालों के खिलाफ ऐक्शन लेने में सहयोग का वादा किया था। हम गुजारिश करते हैं कि वह अपने वादे पर खरा उतरे।
लखवी और 6 अन्य- अब्दुल वाजिद, मजहर इकबाल, हमाद अमीन सादिक, शाहिद जमील रिआज़, जमील अहमद और यूनिस अंजुम- पर मुंबई हमलों की साजिश रचने और अंजाम देने का आरोप है। माना जाता है कि 55 साल के लखवी का लश्कर के संस्थापक और जमात-उद-दावा के चीफ हाफिज सईद के साथ करीबी रिश्ता है। लखवी को दिसंबर 2008 में अरेस्ट किया गया था और 25 नवंबर, 2009 को 6 अन्य के साथ उसे मुंबई हमलों का आरोपी बनाया गया था। 2009 से मुकदमा चल रहा है। पिछले पांच साल से वह जेल में ही बंद है।
(IMNB)