Breaking News

आम आदमी की ज़िन्दगी से खेल रहा है अनुराग हॉस्पिटल

कानपुर 25 जून 2019 (सूरज वर्मा). कल्याणपुर थाना क्षेत्र स्थित अनुराग हॉस्पिटल में पैर की तकलीफ लेकर आये मरीज को अस्पताल में कथित रूप से गलत इंजेक्शन दिये जाने से उसकी हालत बिगड गयी और कुछ देर में उसने दम तोड दिया। मरीज की मौत की सूचना मिलते अस्पताल में मौजूद मृतक के परिजनों ने जमकर हंगामा करना शुरू कर दिया। सूचना मिलते ही कल्याणपुर सीओ समेत तीन थानों का फोर्स मौके पर आ गया। सीओ कल्याणपुर ने किसी तरह से परिजनों को शान्‍त कराया और शव को अस्पताल से निकलवा कर पोस्टमार्टम के लिये भिजवाया।


कल्याणपुर क्षेत्र में स्थित अनुराग हॉस्पिटल में हाकिम नगर चौबेपुर निवासी प्रमोद कुमार (45) के पैर में कुछ दर्द था और सुबह शौच करते समय उसे खून आ गया था। प्रमोद के भाई अनिल ने शौच में खून की बात सुन तुंरत ही अपने भाई को अनुराग अस्पताल में भर्ती कराया। प्रमोद को देखने के लिये कोई भी डाक्टर वहां पर मौजूद नहीं था। आरोप है कि अस्पताल ने पैसे बनाने के चक्कर में मरीज प्रमोद कुमार को गलत इंजेक्शन लगा दिया, जिसके कुछ देर में प्रमोद की हालत बिगड़ गयी और उसे झटके आने शुरू हो गये। हालत बिगड़ने पर प्रमोद को आईसीयू में शिफ्ट कर दिया, जहां कुछ देर बाद प्रमोद ने दम तोड़ दिया। प्रमोद की मौत की खबर सुनते ही परिजनों के पैरो तले जमीन खिसक गयी और अस्पताल में हंगामा शुरू हो गया। हंगामा होता देख अस्पताल के कई डाक्टर्स भाग खडे हुए। हंगामे की सूचना किसी ने पुलिस को दे दी। सूचना मिलते ही सीओ कल्याणपुर अजय कुमार काकादेव, पनकी, कल्याणपुर, नवाबगंज व स्वरूप नगर की फोर्स की साथ अनुराग हॉस्पिटल पहुंच गये।  पुलिस ने बताया कि प्रमोद के परिवार में उसकी पत्नी रमा देवी तीन लड़कियां व एक बेटा छोटू है। परिजनों का आरोप है कि गलत इंजेक्शन देने से प्रमोद कुमार की मौत हुई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। परिजन तहरीर देते हैं तो मुकदमा दर्ज कर लिया जायेगा। हल्का-फुल्का हंगामा व विरोध हुआ, लेकिन सभी को शांत करा दिया गया।


पहले भी जा चुकी है कई जाने
अनुराग हॉस्पिटल में पहले भी कई बार मरीजों के साथ ऐसा हो चुका है। कई लोगों के जीवन से यह हॉस्पिटल खि‍लवाड़ कर चुका है। अनुराग अस्पताल में बिना डाक्टरों के ही नर्स और वार्ड ब्‍वाय आने वाले मरीजों पर अपना प्रयोग करते हैं और उन्हें गलत इंजेक्शन या दवा देकर उनकी जान ले रहे हैं। इतने पर भी अब तक इस अस्पताल के खिलाफ कोई भी कार्यवाही स्वास्थ्य विभाग तथा जिला प्रशासन ने नहीं की।


कोई टिप्पणी नहीं